दिल्ली एसिड अटैक केस में नाटकीय मोड़, दावा फर्जी निकला, पीड़िता के पिता रेप के आरोप में गिरफ्तार
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दिल्ली पुलिस ने एसिड अटैक का आरोप लगाने वाली लड़की के पिता को एक पुराने रेप केस में गिरफ्तार कर लिया

दिल्ली एसिड अटैक केस में नाटकीय मोड़, दावा फर्जी निकला, पीड़िता के पिता रेप के आरोप में गिरफ्तार

19 वर्षीय डीयू छात्रा के पिता ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया कि उसकी बेटी ने खुद पर टॉयलेट क्लीनर डाला और हमले का नाटक रचा


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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की के पिता ने बयान दिया कि उनकी बेटी घर से टॉयलेट क्लीनर लेकर निकली थी और उसने खुद ही अपने हाथों पर वह तरल पदार्थ डाला।

रविवार को दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की 19 वर्षीय छात्रा ने तीन पुरुषों पर उस पर एसिड फेंकने का आरोप लगाया था, लेकिन सोमवार को उसके पिता को बलात्कार के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि तीनों में से कोई भी आरोपी, जिनमें पड़ोसी भी शामिल था जिसे मुख्य आरोपी बताया गया था, उस समय मौके पर मौजूद नहीं था।

स्पेशल सीपी (कानून व्यवस्था) रवींद्र यादव ने कहा, “लड़की के पिता को बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किया गया है।” पुलिस ने बताया कि उसने अपने पड़ोसी पर झूठा आरोप लगाने की बात स्वीकार की है।

एक अधिकारी ने कहा कि पिता ने बताया कि उनकी बेटी घर से टॉयलेट क्लीनर लेकर गई थी और उसने खुद ही अपने हाथों पर वह डाला।

“एसिड अटैक का मुख्य आरोपी रविवार सुबह से नई दिल्ली के दूसरे इलाके में था। यह बात कॉल डिटेल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों से साबित हुई है। जिस मोटरसाइकिल का जिक्र शिकायतकर्ता ने किया था, वह भी पूरे दिन उसी इलाके में थी।”

पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़िता के पड़ोसी की पत्नी ने पहले ही लड़की के पिता के खिलाफ यौन शोषण और उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी।

महिला ने आरोप लगाया कि जब वह उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित उसके कारखाने में काम करती थी, तब आरोपी ने उसे तीन साल (2021 से 2024) तक शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया और अश्लील तस्वीरों व वीडियो से ब्लैकमेल किया।

स्पेशल सीपी यादव ने बताया, “महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और पीड़िता के पिता को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है।”

रविवार को डीसीपी (नॉर्थ वेस्ट) भीष्म सिंह ने कहा था कि पुलिस को सूचना मिली थी कि 19 वर्षीय युवती एसिड बर्न से घायल होकर अस्पताल में भर्ती है।

लड़की ने बताया था कि वह कॉलेज की ओर जा रही थी, जहां वह अतिरिक्त कक्षाएं लेती थी। “उसने कहा कि जब वह कॉलेज की ओर जा रही थी, तो उसका पड़ोसी दो अन्य लोगों के साथ बाइक पर आया और उनमें से एक ने उस पर एसिड फेंक दिया। उसने कहा कि उसने अपना चेहरा बचाने की कोशिश में हाथों पर चोट खाई और तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए।”

हालांकि पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि अन्य दोनों आरोपी पुरुष अपनी मां के साथ आगरा में थे, जिन पर 2018 में कथित तौर पर इस 19 वर्षीय युवती के रिश्तेदारों ने एसिड अटैक किया था।

सीसीटीवी फुटेज से यह भी साबित हुआ कि कोई भी आरोपी घटनास्थल पर मौजूद नहीं था।

स्पेशल सीपी यादव ने कहा, “दोनों आरोपियों की मां ने बताया कि वह खुद 2018 में एसिड हमले की शिकार हुई थीं और उस मामले में युवती के रिश्तेदार आरोपी हैं। इसके अलावा, एक संपत्ति विवाद भी चल रहा है।”

उन्होंने बताया, “सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि शिकायतकर्ता अपने भाई के साथ स्कूटी पर घर से निकली, जिसने उसे कॉलेज के पास उतारा। इसके बाद वह ई-रिक्शा में आगे जाती हुई दिखी। पुलिस यह जांच रही है कि भाई ने उसे कॉलेज गेट तक क्यों नहीं छोड़ा।”

पुलिस के अनुसार, पीड़िता का भाई जांच में शामिल होने से इंकार कर रहा है। अब पुलिस एफआईआर की प्रामाणिकता, शिकायतकर्ता के आरोपों और आरोपियों के बचाव के दावों की जांच कर रही है।

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