देश की राजनीति का आईना, DUSU नतीजों पर टिकी सबकी नज़र
x

देश की राजनीति का आईना, DUSU नतीजों पर टिकी सबकी नज़र

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में 1.55 लाख से अधिक वोट पड़े। 39.45% मतदान के बीच ABVP-NSUI आरोप-प्रत्यारोप और आज नतीजों पर सबकी नज़र है।


Click the Play button to hear this message in audio format

दिल्ली विश्वविद्यालय के 30वें छात्र संघ चुनाव (DUSU) में इस बार 1.55 लाख से अधिक छात्रों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। गुरुवार को सम्पन्न हुए मतदान के बाद अब शुक्रवार (19 सितंबर) सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी और नतीजे भी आज ही घोषित होने की संभावना है।

मतदान प्रतिशत और प्रक्रिया

इस बार 52 केंद्रों पर 195 मतदान केंद्र बनाए गए थे। सुबह का सत्र 36 कॉलेजों और विभागों में 8:30 बजे से 1:00 बजे तक चला, जबकि 8 कॉलेजों में शाम 3:00 बजे से 7:30 बजे तक वोटिंग हुई। दोपहर बाद तक 43 मतदान केंद्रों से ईवीएम मतगणना स्थल पर पहुँच चुकी थीं। आंकड़ों के अनुसार, अब तक कुल मतदान प्रतिशत 39.45% दर्ज किया गया है।

मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. राज किशोर शर्मा ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न हुआ। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी की व्यवस्था की गई थी। करीब 600 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात रहे, जिनमें कई बॉडी कैमरों से लैस थे। मतदान के बाद सभी ईवीएम को विश्वविद्यालय खेल परिसर के बहुउद्देशीय हॉल में सुरक्षित रखा गया।

आरोप-प्रत्यारोप और विवाद

हालाँकि मतदान के बीच राजनीति भी गर्माई रही। कांग्रेस समर्थित NSUI ने ABVP पर ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप लगाए। उनका दावा था कि हंसराज और किरोड़ीमल कॉलेज में ABVP प्रत्याशियों के नामों के आगे नीली स्याही के निशान पाए गए। ABVP ने इन आरोपों को पूरी तरह “निराधार” बताते हुए सभी चार पदों पर जीत का भरोसा जताया।

इसी दौरान, किरोड़ीमल कॉलेज में NSUI अध्यक्ष रौनक खत्री करीब 40 बाहरी लोगों के साथ अचानक कॉलेज परिसर में घुस आए। सुरक्षाकर्मियों ने रोकने की कोशिश की, लेकिन टकराव की स्थिति बन गई।

पहली बार "स्वच्छ और हरित चुनाव"

दिल्ली विश्वविद्यालय वर्षों बाद इस बार 'स्वच्छ और हरित चुनाव' का अनुभव कर रहा है। लिंगदोह समिति के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए पोस्टर और पर्चों से सड़कों को भरने पर रोक लगाई गई। छात्र इस बदलाव का स्वागत कर रहे हैं। हंसराज कॉलेज के छात्र सुमित सिंह ने कहा, “पिछले साल सड़कें पोस्टरों से इतनी भरी रहती थीं कि निकलना मुश्किल हो जाता था। इस साल बहुत ताज़गी महसूस हो रही है।”

आगे क्या?

आज की मतगणना से यह तय होगा कि DUSU के चार प्रमुख पद – अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव – कौन संभालेगा। इसके अलावा कॉलेज स्तर के प्रतिनिधि भी चुने जाएंगे। इस बार इन चार पदों पर कुल 21 छात्र मैदान में हैं।DUSU चुनावों को हमेशा देश की भावी राजनीति की दिशा में एक संकेत माना जाता है। अब देखना होगा कि इस बार कौन-सा छात्र संगठन दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे सक्रिय छात्र संघ की कमान अपने हाथ में लेता है।

Read More
Next Story