दिल्ली में ईपीएस-शाह की खास मीटिंग,TN में AIADMK-BJP अलाएंस की चर्चा तेज
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दिल्ली में ईपीएस-शाह की खास मीटिंग,TN में AIADMK-BJP अलाएंस की चर्चा तेज

सूत्रों के अनुसार एआईएडीएमके और अमित शाह की चर्चा में डीएमके सरकार और के अन्नामलाई को भाजपा प्रमुख के पद से हटाने की मांग प्रमुख मुद्दे रहे।


AIADMK महासचिव एडप्पाडी के पलानीस्वामी (EPS) ने मंगलवार (25 मार्च) को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर मुलाकात की, जिससे यह अटकलें तेज हो गई हैं कि 2026 तमिलनाडु विधानसभा चुनावों से पहले द्रविड़ पार्टी और भाजपा नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बीच गठबंधन फिर से बहाल हो सकता है। यह भी महत्वपूर्ण है कि यह बैठक कुछ ही घंटे बाद हुई जब तमिल मानिला कांग्रेस के नेता जीके वासन ने शाह से दिल्ली में मुलाकात की। वासन पिछले एक साल से AIADMK-BJP गठबंधन के लिए जोर दे रहे हैं और इन दोनों दलों के बीच बातचीत में एक प्रमुख मध्यस्थ रहे हैं।

राजनीतिक संकेत

EPS की दिल्ली यात्रा ऐसे समय में हुई जब तमिलनाडु में राजनीतिक माहौल गर्म है। 2024 के लोकसभा चुनाव समाप्त हो चुके हैं और 2026 के विधानसभा चुनाव निकट हैं। इससे पहले, EPS ने चेन्नई में AIADMK जिला सचिवों के साथ बैठकें की थीं, जिससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी चुनावों से पहले अपनी रणनीति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।

सूत्रों के अनुसार, EPS कृष्ण मेनन रोड स्थित शाह के आवास पर तमिलनाडु में कानून-व्यवस्था से जुड़े मुद्दों की विस्तृत रिपोर्ट लेकर पहुंचे थे, जिसे उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री के समक्ष पेश किया। EPS ने तमिलनाडु राज्य विपणन निगम (TASMAC) शराब घोटाले पर भी कार्रवाई की मांग की, जिसे लेकर उन्होंने DMK सरकार पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।

EPS DMK सरकार पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच से बचने का आरोप लगाते रहे हैं और इसे सरकार की दोषी मानसिकता का संकेत बताया है।

AIADMK की दिल्ली में मौजूदगी और भाजपा के साथ संभावित गठबंधन

EPS ने दिल्ली में AIADMK के नए कार्यालय का दौरा भी किया, जो यह दर्शाता है कि पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में अपनी मौजूदगी मजबूत करना चाहती है। इस दौरे में AIADMK के वरिष्ठ नेता एसपी वेलुमणि और मुनुसामी भी उनके साथ थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी भाजपा से संबंध सुधारने और आगामी चुनावों के लिए एक मजबूत मोर्चा तैयार करने की योजना बना रही है।

EPS और शाह की बैठक में चार प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई:

तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई का मुद्दा

AIADMK ने अन्नामलाई को तमिलनाडु भाजपा प्रमुख पद से हटाने की मांग की।

AIADMK का कहना है कि अन्नामलाई ने पार्टी की दिवंगत नेता जे. जयललिता के खिलाफ अपमानजनक बयान दिए थे, जिससे 2023 में BJP-AIADMK गठबंधन टूट गया था।

पार्टी चाहती है कि भविष्य में कोई भी गठबंधन अन्नामलाई के बिना हो।

AIADMK के निष्कासित नेताओं की स्थिति

EPS ने ओ. पन्नीरसेल्वम (OPS), वी.के. शशिकला और टीटीवी दिनाकरन जैसे निष्कासित नेताओं की भूमिका पर स्पष्टता मांगी।AIADMK चाहती है कि भाजपा इन नेताओं को गठबंधन का हिस्सा न बनाए, क्योंकि इनका EPS गुट से लगातार टकराव रहा है।

DMK के खिलाफ रणनीति

AIADMK और भाजपा ने DMK सरकार को कमजोर करने की रणनीति पर चर्चा की।TASMAC शराब घोटाले और अन्य भ्रष्टाचार के मामलों की जांच तेज करने के लिए केंद्र सरकार से समर्थन मांगा गया।

'दो पत्तियां' चुनाव चिह्न को सुरक्षित रखना

EPS ने 'दो पत्तियां' चुनाव चिह्न को अपने गुट के पास बनाए रखने की बात उठाई।AIADMK को डर है कि भाजपा के साथ संभावित गठबंधन के चलते इस चिह्न पर फिर से विवाद खड़ा हो सकता है।

AIADMK की सतर्कता और DMK की प्रतिक्रिया

EPS ने हाल ही में यह संकेत दिए थे कि उनकी पार्टी "DMK विरोधी" किसी भी दल के साथ गठबंधन कर सकती है, बशर्ते AIADMK की नेतृत्व की भूमिका बरकरार रहे।तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने EPS की दिल्ली यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें दिल्ली में "राज्य की द्विभाषी नीति" पर भी चर्चा करनी चाहिए।स्टालिन का इशारा तमिलनाडु की तमिल-इंग्लिश नीति की ओर था, जो केंद्र सरकार की तीन-भाषा नीति (NEP 2020) का विरोध करती है।

BJP की ओर से गठबंधन के संकेत

तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने इस बीच DMK के खिलाफ सभी संभावित सहयोगियों को NDA में शामिल होने का खुला निमंत्रण दिया।उन्होंने कहा:"NDA मजबूत बना हुआ है। हमारा दरवाजा उन सभी के लिए खुला है, जो DMK को सत्ता से हटाना चाहते हैं।"इस बयान को AIADMK के लिए एक सुलह का संकेत माना जा रहा है।

TASMAC घोटाला और भाषा नीति पर विवाद

EPS और शाह की बैठक ऐसे समय हुई जब TASMAC शराब घोटाले को लेकर DMK सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।भाजपा ने इस घोटाले को DMK सरकार की विफलता का प्रमाण बताया है और केंद्रीय एजेंसियों से इसकी गहन जांच की मांग की है।DMK ने आरोपों को खारिज कर दिया है और BJP पर "जांच एजेंसियों के दुरुपयोग" का आरोप लगाया है।

राजनीतिक विश्लेषक रवींद्रन दुरईसामी ने कहा: "BJP-AIADMK गठबंधन की संभावनाएं फिर से मजबूत हो रही हैं। यदि यह गठबंधन बनता है, तो यह 2026 के चुनावों में DMK के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।"

ई पलानीस्वामी और शाह की 1 घंटे से अधिक चली बैठक ने तमिलनाडु की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। AIADMK और BJP के बीच फिर से गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा जारी है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। ई पलानीस्वामी बुधवार (26 मार्च) को मीडिया को संबोधित कर सकते हैं और इस बैठक पर और जानकारी दे सकते हैं।

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