
₹14.06 करोड़ बैंक बैलेंस, 2 मकान, 7 फ्लैट: हरियाणा के रिटायर्ड आईएएस अफसर की संपत्तियां जब्त
CBI ने 2015 और फिर 2017 में दो FIR दर्ज की। बाद में ईडी ने भी जांच शुरू की, जिसमें तायल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगाया गया।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हरियाणा कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी मुरारी लाल तायल की करोड़ों रुपये की संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय अधिनियम (PMLA) के तहत अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है।
इन संपत्तियों में चंडीगढ़, नई दिल्ली और गुरुग्राम स्थित दो मकान, सात फ्लैट और करीब ₹14.06 करोड़ का बैंक बैलेंस शामिल है। ईडी ने यह कार्रवाई 30 जून को की थी, जिसकी आधिकारिक घोषणा सोमवार को अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से की।
आरोप क्या हैं?
ईडी यह जांच कर रहा है कि मुरारी लाल तायल ने अपने कार्यकाल के दौरान, खासकर जब वे हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के प्रधान सचिव (PS/CM) थे और बाद में जब वे भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के सदस्य बने, तब उन्होंने अपनी आय से अधिक संपत्ति कैसे अर्जित की।
6 मार्च 2005 से 31 अक्टूबर 2009 तक तायल मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव रहे। 30 नवंबर 2009 से 31 दिसंबर 2014 तक वे CCI के सदस्य रहे।
जांच की पृष्ठभूमि
CBI ने 12 अगस्त 2015 को पहला FIR दर्ज किया, जो मानेसर में भूमि अधिग्रहण में अनियमितताओं से संबंधित था। इस जांच के आधार पर CBI ने 2017 में दूसरा FIR दर्ज किया, जिसमें तायल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगाया गया।
इसके बाद ईडी ने CBI की FIR के आधार पर केस अपने हाथ में लिया और तायल, उनकी पत्नी सविता तायल, और बेटे कार्तिक तायल के वित्तीय दस्तावेजों, इनकम टैक्स रिटर्न और लेनदेन की जांच शुरू की।
सविता तायल का प्रोफाइल
सविता तायल 2012 में एक सरकारी कॉलेज की प्राचार्य के पद से रिटायर हुईं। इसके बाद उन्हें हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) का सदस्य नियुक्त किया गया। वे 2016 में HPSC से सेवानिवृत्त हुईं।