
गोवा अग्निकांड : फाइबर, लकड़ी, प्लास्टिक की डेकोरेशन और तंग रास्ते से भीषण हुआ हादसा
डांस फ्लोर से उठी लपटों ने मिनटों में क्लब को निगला; कई लोग किचन में फंसकर दम घुटने से मरे, फायर ब्रिगेड को पहुंचने में भी लगी देर।
Goa Night Club Fire : गोवा के मशहूर पार्टी हब आर्पोरा में शुक्रवार देर रात एक नाइटक्लब में लगी भीषण आग ने 25 लोगों की जान ले ली और छह लोग घायल हो गए। ‘Birch By Romeo Lane’ नामक क्लब में उस समय करीब 100 लोग मौजूद थे और ‘Bollywood Banger Night’ चल रही थी। रात करीब 1 बजे डांस फ्लोर से अचानक आग उठी और देखते ही देखते क्लब लाक्षागृह में बदल गया।
गोवा के नाईट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड का एक विडियो सामने आया है. हादसे के समय बॉलीवुड के गानों का शो चल रहा था, हर कोई एपीआई मस्ती में था और अचानक से क्लब की रूफ (छत ) से आग शुरू हो गयी और अफरातफरी होने लगी pic.twitter.com/zCWldSVFJI
— The Federal Desh (@thefederal_desh) December 7, 2025
कई लोग जान बचाने के लिए नीचे बने किचन की ओर भागे, लेकिन वहीं फंस गए। दम घोंटू धुआं भरने के कारण फंसे हुए लोग अन्दर ही फंस गए और घुटन के चलते मौत का शिकार बन गए।
चश्मदीद: “पूरी इमारत कुछ ही मिनटों में जलकर राख हो गई”
हैदराबाद की पर्यटक फ़ातिमा शेख़ ने कहा कि “अचानक अफरा-तफ़री मच गई। आग भड़कते ही हम किसी तरह बाहर निकले। बाहर आए तो देखा पूरा ढांचा धू-धू कर जल रहा था।”
उन्होंने बताया कि क्लब में बने अस्थायी पाम लीफ स्ट्रक्चर ने आग को और तेज़ी से फैलाया। कई लोग आग लगते ही नीचे की ओर भागे, लेकिन संकरी जगह और धुएं ने उन्हें फंसा दिया।
फाइबर का ज्यादा इस्तेमाल ने किया आग में घी का काम
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि क्लब में अधिकतर सामान फाइबर, लकड़ी, प्लास्टिक का था, यही वजह रही कि न केवल आग बहुत तेजी से फैली बल्कि आग की वजह से पूरे क्लब में काला दम घोंटू धुआं भी भर गया, जिसकी वजह से लोग अन्दर ही फंसे रह गए।
क्योंकि नाईट क्लब में अल्कोहल भी सर्व होता था, इसलिए इस भीषण आग की लपटों ने जैसे ही अल्कोहल को अपनी चपेट में लिया तो आग तेजी से भड़क उठी।
संकरी एंट्री-एग्ज़िट बनी मौत का जाल
यह नाइटक्लब आर्पोरा नदी के बैकवॉटर के पास एक संकरे रास्ते में स्थित है, जिसे वह ‘आइलैंड क्लब’ बताकर प्रमोट करता है। एंट्री और एग्ज़िट बेहद संकरी होने से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का क्लब तक पहुंचना लगभग असंभव हो गया।
फायर टेंडर को 400 मीटर पहले ही रोकना पड़ा, जिससे आग बुझाने में भारी देरी हुई। अधिकारियों के अनुसार, अधिकतर मौतें दम घुटने और धुएं से हुई हैं।
बिना इजाज़त चल रहा था क्लब
आर्पोरा-नगोआ पंचायत के सरपंच रोशन रेडकर ने खुलासा किया कि क्लब बिना अनुमति के बनाया गया था। उन्होंने दावा किया कि कि “पार्टनरों में विवाद था, शिकायतें चल रही थीं। निरीक्षण में पता चला कि क्लब अवैध रूप से बनाया गया है।”
पंचायत ने डिमोलिशन नोटिस भी जारी किया था, लेकिन डायरेक्टरेट ऑफ पंचायत के कुछ अधिकारियों ने कार्रवाई रोक दी। क्लब को मालिक ने सौरव लूथरा नामक व्यक्ति को सबलेट किया हुआ था।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने जताया दुख
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इसे “गोवा के लिए बेहद पीड़ादायक दिन” बताया और जांच के आदेश दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख जताते हुए लिखा:
“गोवा के आर्पोरा में आग की घटना अत्यंत दुखद है। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। घायल जल्द स्वस्थ हों।”

