
विसावदर सीट पर AAP का कब्जा BJP से अधिक कांग्रेस को झटका, क्या है वजह
गुजरात की कादी और विसावदर सीट के लिए 19 जून को मतदान कराया गया था। विसावदर सीट का नतीजा आम आदमी पार्टी के पक्ष में गया है।
Visavadar bypoll result: गुजरात की विसावदर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता गोपाल इटालिया ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के किरिट पटेल को 17,500 से अधिक वोटों के बड़े अंतर से हराकर शानदार जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार नितिन रानपरिया की जमानत जब्त हो गई और वह तीसरे स्थान पर रहे।
यह उपचुनाव 19 जून को जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट पर हुआ था, जिसमें कुल 56.89 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। चुनावी अधिकारियों के अनुसार, यह सीट दिसंबर 2023 में तत्कालीन AAP विधायक भूपेंद्र भायानी के इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने के बाद खाली हुई थी।
भाजपा, जो गुजरात में लगभग पूरी तरह से प्रभावी मानी जाती है, विसावदर सीट को 2007 से नहीं जीत पाई है। पार्टी नेताओं को उम्मीद थी कि वे इस बार इस 18 साल की हार के सिलसिले को तोड़ देंगे, लेकिन गोपाल इटालिया की जीत से यह मुमकिन नहीं हो सका। इससे पहले, 2022 के विधानसभा चुनाव में AAP के भूपेंद्र भायानी ने BJP के हर्षद रिबाडिया को 7,063 वोटों से हराया था।
आप के लिए बड़ी उपलब्धि
विसावदर में इटालिया की जीत AAP के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बढ़त है, खासकर ऐसे समय में जब पार्टी हाल ही में दिल्ली में मुश्किलों का सामना कर चुकी है। पार्टी के लिए यह सीट प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई थी। अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और कई वरिष्ठ नेताओं ने इटालिया के लिए व्यापक प्रचार अभियान चलाया था।
कांग्रेस के लिए बड़ा झटका
कांग्रेस के लिए विसावदर में मिली यह भारी हार एक बड़ा झटका है। खास बात यह है कि अप्रैल में पार्टी ने गुजरात में खुद को फिर से स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई थी। राहुल गांधी ने भी पार्टी को जमीनी स्तर पर मज़बूत करने के लिए ज़िला इकाइयों को सशक्त बनाने और जन सर्वे व कैडर फीडबैक के ज़रिए डीसीसी प्रमुखों के चयन की एक पायलट योजना शुरू की थी। इसके बावजूद विसावदर में पार्टी तीसरे स्थान पर खिसक गई।
यह उपचुनाव गुजरात की राजनीति में न सिर्फ AAP के लिए संजीवनी का काम कर सकता है, बल्कि कांग्रेस को आत्ममंथन करने के लिए भी मजबूर करता है, जबकि भाजपा के लिए यह चेतावनी है कि उसका एकछत्र राज हर सीट पर कायम नहीं है