शम्भू बॉर्डर खोलने के आदेश के खिलाफ हरियाणा सरकार पहुंची सुप्रीम कोर्ट
x

शम्भू बॉर्डर खोलने के आदेश के खिलाफ हरियाणा सरकार पहुंची सुप्रीम कोर्ट

पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के शम्भू बॉर्डर खोलने के आदेश के खिलाफ हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इस पर सुनवाई कर सकता है


Shambhu Border: शंभू बॉर्डर खोलने के पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. 10 जुलाई को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक हफ्ते में शंभू बार्डर के बैरिकेड खोलने का निर्देश दिया था. हरियाणा सरकार का कहना है कि क़ानून व्यवस्था की स्थिति बहाल के मद्देनजर उसने रास्ता बंद किया हुआ है. हाईकोर्ट को ऐसा आदेश नहीं देना चाहिए. सोमवार को हरियाणा सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट से इस याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की जा सकती है.


किसने की थी शम्भू बॉर्डर खोलने की मांग

पेशे से वकील वासु शांडिल्य ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर कर शम्भू बॉर्डर खोलने की मांग की थी. वासु शांडिल्य का कहना था कि बॉर्डर के बंद होने की वजह से रोजाना बहुत बड़ी संख्या में लोगों को रोज एक जगह से दूसरी जगह आने जान में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस याचिका के बाद ही स्थानीय लोगों ने भी अपनी परेशानी को मीडिया के सामने बयां किया था. उनका कहना था कि नौकरी और अन्य कामों के लिए जाना काफी मुश्किल हो चुका है.

रविवार को किसान संगठन करेंगे बैठक

किसान संगठनों ने 14 जुलाई को शंभू और खनौरी बार्डर पर एक बैठक का आवाहन किया है. इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि शंभू बार्डर को खोले जाने के आदेश आने के बाद किसान संगठन दिल्ली कूच करने को लेकर भी कोई निर्णय ले सकते हैं.

क्या है किसानों की मांग

किसान लम्बे समय से पंजाब और हरियाणा के बीच शम्भू बॉर्डर पर लगभग 6 महीने से धरने पर बैठे हुए हैं. वो MSP की गारंटी को लेकर मांग कर रहे हैं. उनका मकसद दिल्ली आना है लेकिन हरियाणा सरकार ने किसानो को शम्भू बॉर्डर पर ही रोक दिया था. इस आन्दोलन की शुरुआत लोकसभा चुनाव से पहले हुई थी. इस बीच किसानों ने कई बार बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश भी की, लेकिन हरियाणा पुलिस की तरफ से प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले, रबड़ बुलेट्स दागे गए और लाठीचार्ज जैसी कार्रवाई भी की गयी.

दूसरी तरफ किसानों एन खनौरी बॉर्डर से भी पंजाब से हरियाणा में प्रवेश करने की कोशिश की थी लेकिन वहां भी कड़े बंदोबस्त के बदौलत हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोक दिया था. इस दौरान एक किसान की मौत भी हो गयी थी, जो गोली लगने से हुई थी और आरोप पुलिस पर लगा.

Read More
Next Story