
पूर्व पंजाब डीजीपी के बेटे की मौत की CBI जांच होगी, हरियाणा सरकार ने दी मंजूरी
पूर्व पंजाब पुलिस महानिदेशक (मानवाधिकार) मोहम्मद मुस्तफा पहले ही कह चुके हैं कि वे और उनका परिवार जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
पूर्व पंजाब डीजीपी (मानवाधिकार) मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी और कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री रज़िया सुल्ताना तथा अन्य के खिलाफ उनके बेटे अकील अख्तर की मौत के मामले में दर्ज आपराधिक केस की जांच CBI से कराने की सिफारिश कर दी गई है। हरियाणा सरकार ने बुधवार को केंद्र सरकार को यह मामला सीबीआई को सौंपने के लिए औपचारिक तौर पर लिख दिया है।
यह एफआईआर 20 अक्टूबर को पंचकूला में दर्ज की गई थी। इसमें मुस्तफा, जो 1985 बैच के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं, उनकी पत्नी रज़िया सुल्ताना, उनकी बेटी और बहू को भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) (हत्या) और धारा 61 (आपराधिक साज़िश) के तहत नामज़द किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता, एफआईआर में लगाए गए आरोपों की प्रकृति, और विभिन्न राज्यों के अधिकार क्षेत्र से जुड़े पहलुओं को देखते हुए राज्य सरकार ने जांच सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया।
“दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम (Delhi Special Police Establishment Act) की धारा 6 के तहत हरियाणा सरकार ने सीबीआई को राज्य में जांच के लिए अधिकार देने की सहमति केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को भेज दी है। जैसे ही केंद्र सरकार इसका आदेश जारी करेगी, सीबीआई जांच अपने हाथ में ले लेगी,” एक अधिकारी ने बताया।
मुस्तफा पहले ही कह चुके हैं कि वे और उनका परिवार जांच में पूरा सहयोग करेंगे। वर्तमान में मुस्तफा और उनका परिवार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित अपने पैतृक घर पर हैं, जहां अकील का अंतिम संस्कार किया गया था। वे 25 अक्टूबर को मालेरकोटला में प्रार्थना सभा आयोजित करेंगे और 26 अक्टूबर को पंचकूला लौटने की योजना है।
घटना का विवरण
16 अक्टूबर की रात 35 वर्षीय अकील पंचकूला के मानसा देवी कॉम्प्लेक्स सेक्टर-4 स्थित अपने घर में अचेत अवस्था में पाए गए थे। परिवार ने उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल पहुँचाया। प्रारंभिक जांच में किसी तरह की साज़िश या अपराध की आशंका नहीं जताई गई थी, इसलिए अगले दिन पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया।
हालांकि, 20 अक्टूबर को पुलिस ने मालेरकोटला के शमशुद्दीन चौधरी की शिकायत पर मुस्तफा, रज़िया सुल्ताना, उनकी बेटी और बहू के खिलाफ मामला दर्ज किया। शिकायत में कहा गया कि अकील की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है और उन्होंने अगस्त में सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर अपनी जान को खतरा बताया था।
मुस्तफा ने इन आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि अकील मानसिक रूप से अस्वस्थ थे और पंचकूला के एक अस्पताल में मनोवैज्ञानिक उपचार ले रहे थे। उन्होंने पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर का स्वागत करते हुए कहा कि जांच से “सच्चाई सामने आ जाएगी।”

