कोलकाता में बारिश का कहर, शहर में बिजली और ट्रैफिक संकट
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कोलकाता में बारिश का कहर, शहर में बिजली और ट्रैफिक संकट

कोलकाता में मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने और बारिश की चेतावनी दी है।


पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार की रात हुई मूसलाधार बारिश ने शहर का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। बारिश के बाद कई इलाकों में पानी भर गया, और बिजली का करंट लगने की वजह से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले छह घंटों में शहर में 250 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई, जिससे कई जगहों पर घुटनों तक पानी भर गया।

जनजीवन और ट्रैफिक पर असर

अचानक मौसम में बदलाव के कारण ट्रैफिक प्रभावित हुआ और कई जगहों पर वाहनों की आवाजाही रुक गई। मेट्रो और रेल सेवाएं भी बाधित हुईं। कोलकाता एयरपोर्ट पर भी पानी भरने की घटनाएं सामने आई हैं।


बारिश के आंकड़े

कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के अनुसार विभिन्न इलाकों में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई:

गरिया कामदाहरी: 332 मिमी

जोधपुर पार्क: 285 मिमी

कालीघाट: 280 मिमी

टॉप्शिया: 275 मिमी

बालीगंज: 264 मिमी

चेतला: 262 मिमी

मोमिनपुर: 234 मिमी

चिंगरीहाटा: 237 मिमी

पामर बाजार: 217 मिमी

धापा: 212 मिमी

रेलवे और उपनगरीय ट्रेन सेवाओं पर प्रभाव

रातभर हुई बारिश के बाद हावड़ा स्टेशन यार्ड, सियालदह दक्षिण स्टेशन यार्ड, चितपुर उत्तर केबिन और विभिन्न कार-शेड में जलभराव देखा गया। पानी निकालने के प्रयास किए गए, लेकिन आसपास के क्षेत्रों से पानी आने की वजह से मुश्किलें बढ़ गईं।

आज मंगलवार सुबह कुछ उपनगरीय ट्रेनें बीच में ही रोकी गईं और फिर परिचालन शुरू किया गया। सियालदह उत्तर और मुख्य उपनगरीय खंड में प्लेटफार्म नंबर-7 से आंशिक सेवाएं शुरू हुईं। 13113 यूपी हज़ारद्वारी एक्सप्रेस और 13177 सियालदह जंगीपुर एक्सप्रेस रद्द कर दी गईं। सियालदह दक्षिण खंड में जलभराव के कारण ट्रेनों का परिचालन स्थगित रहा।

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है, जो उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इससे दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। बुधवार तक पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झाड़ग्राम और बांकुरा जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है।

आईएमडी ने आगे चेताया कि 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी के आस-पास एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में और अधिक बारिश हो सकती है।

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