महाराष्ट्र में आफत की बारिश : पुणे में 4 की मौत, मुंबई में उड़ाने बाधित
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महाराष्ट्र में आफत की बारिश : पुणे में 4 की मौत, मुंबई में उड़ाने बाधित

आईएमडी ने पुणे के लिए अगले 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि राज्य सरकार निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को युद्ध स्तर पर निकालने का काम कर रही है.


Flood in Maharashtra: महाराष्ट्र में आसमान से बारिश के रूप में बरस रही आफत ने पिछले दो दिनों के भीतर तबाही की तस्वीर तैयार कर दी है. आलम ये है कि पिछले दो दिनों में महाराष्ट्र के कई इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश की वजह से बाढ़ आ गई है, शिक्षण संस्थान बंद हो गए हैं और राज्य भर में ट्रेन और हवाई सेवाएं बाधित हुई हैं. पुणे में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि शहर के कई आवासीय परिसरों में बारिश का पानी भर गया है.

मुंबई और उसके उपनगरों में गुरुवार (25 जुलाई) को भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात जाम हो गया और ट्रेन और हवाई सेवाएं बाधित हुईं. शहर में 150 सेमी से अधिक बारिश होने के बाद जुलाई का दूसरा सबसे अधिक बारिश वाला महीना दर्ज किया गया.

पुणे में 4 की मौत, 48 घंटे के लिए 'रेड अलर्ट'
पुणे में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि राज्य सरकार निचले इलाकों में फंसे लोगों को निकालने का काम युद्धस्तर पर कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को पुणे शहर में तीन लोगों डेक्कन इलाके में पानी में डूबे अपने ठेले को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की कोशिश कर रहे थे, इस बीच बहुत ज्यादा पानी होने की वजह से वे उसमें डूब गए और उनकी मौत हो गई, जबकि मुलशी तहसील के तमहिनी घाट खंड में भूस्खलन में एक और व्यक्ति की मौत हो गई.
बुधवार रात से पुणे शहर और जिले के वेल्हा, मुलशी और भोर तालुकाओं के साथ-साथ खड़कवासला सहित बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पुणे जिले के लिए अगले 48 घंटों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, चूंकि खडकवासला और अन्य ऊपरी बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में आज दिन में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है, इसलिए खडकवासला जलाशय से और अधिक पानी छोड़े जाने की संभावना है (जिससे शहर से होकर बहने वाली मुथा नदी में जल स्तर बढ़ जाएगा).
बारिश के कारण सिंहगढ़ रोड, बावधन, बारनर और डेक्कन जिमखाना जैसे निचले इलाकों में रिहायशी इलाकों में भी बाढ़ आ गई है. भारी बारिश के चलते इतना पानी भर गया है कि जगह जगह से ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें कारें और दोपहिया वाहन पानी में खड़े दिखाई दे रहे हैं.
मूसलाधार बारिश के कारण मुथा नदी पर स्थित बाबा भिड़े पुल भी पूरी तरह जलमग्न हो गया है।





बचाव कार्य
गुरुवार तक सिंहगढ़ रोड सहित शहर के निचले इलाकों से लगभग 400 लोगों को निकाला जा चुका है. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित सिंहगढ़ रोड इलाके में सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई हैं.
राहत कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की तीन टीमों के अलावा अग्निशमन विभाग तथा जिला एवं नगर आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठों को भी लगाया गया. जिला कलेक्टर सुहास दिवासे ने कहा, "अब तक सिंहगढ़ रोड क्षेत्र से 400 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है." अधिकारियों ने बताया कि सेना के जवान पुणे नगर निगम (पीएमसी) के सिंहगढ़ रोड क्षेत्र के एकता नगर में राहत कार्यों में मदद कर रहे हैं.
अग्निशमन विभाग ने गुरुवार को पुणे शहर के निंबजनगर इलाके से फंसे 70 लोगों को भी बचाया. पुणे जिले में झरने और झील जैसे पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए हैं. हालांकि, दिवासे ने बताया कि बारिश के कारण जिले में किसी भी गांव के संपर्क से कट जाने की कोई खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि स्कूलों के अलावा प्रभावित क्षेत्रों में निजी प्रतिष्ठानों और कार्यालयों से भी अपने कर्मचारियों को अवकाश देने को कहा गया है.

जरूरत पड़ने पर लोगों को एयरलिफ्ट कराया जाएगा: सीएम शिंदे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पुणे में बारिश से प्रभावित लोगों को हवाई मार्ग से पहुंचाया जाएगा. शिंदे ने कहा कि उन्होंने पुणे जिला कलेक्टर और शहर तथा पड़ोसी औद्योगिक नगर पिंपरी चिंचवाड़ के नगर निकाय प्रमुखों से बात की है. उन्होंने सेना और एनडीआरएफ के अधिकारियों से भी बात कर निकासी में मदद मांगी है.
मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हमने उन्हें लोगों को हवाई मार्ग से ले जाने को कहा है। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है." उन्होंने कहा कि प्रशासन को अलर्ट रहने और आवश्यक प्रबंध करने तथा ये सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि कोई जनहानि न हो. शिंदे ने कहा कि वो स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और उन्होंने उपमुख्यमंत्री तथा पुणे के संरक्षक मंत्री अजित पवार से बात की है, जो मुंबई स्थित राज्य सचिवालय मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष से स्थिति पर नजर रख रहे हैं.
इस बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने स्थिति का जायजा लेने के लिए पीएमसी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ का दौरा किया.

उड़ानें बाधित
मुंबई और उसके उपनगरों के लिए, आईएमडी ने अगले 24 घंटों में सुबह 8 बजे से शुरू होने वाले कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा के साथ-साथ बहुत भारी वर्षा की संभावना का अनुमान लगाया है. मौसम विभाग ने मुंबई शहर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें शुक्रवार (26 जुलाई) को सुबह 8.30 बजे तक कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान लगाया गया है.
गुरुवार को हुई बारिश के कारण कई उड़ानें रद्द कर दी गईं और कई उड़ानें डायवर्ट कर दी गईं। भारी बारिश के कारण “उड़ानों के शेड्यूल में समय-समय पर देरी हो रही है”, इंडिगो ने यात्रियों से आग्रह किया कि वे एयरपोर्ट पर जाने से पहले अपनी उड़ानों की स्थिति जांच लें.

स्पाइसजेट ने भी यात्रियों से इसी प्रकार का अनुरोध किया
बारिश के कारण कई उड़ानें रद्द करने और उनका मार्ग बदलने वाली एयर इंडिया ने प्रभावित यात्रियों को पूरा पैसा वापस करने या एक बार मुफ्त में उड़ान पुनर्निर्धारित करने की पेशकश की है.

उफनती झीलें
जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण विहार और मोदक सागर झीलें ओवरफ्लो होने लगी हैं. अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही, महानगर को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने वाले सात जलाशयों में से चार अब ओवरफ्लो हो गए हैं, जिससे कुल जल भंडार में सुधार हुआ है.
एक अधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण शहर के औद्योगिक केंद्र से होकर बहने वाली मीठी नदी का जलस्तर 2.5 मीटर तक बढ़ गया है, जबकि इसका खतरे का निशान 4.2 मीटर है. उन्होंने बताया कि दोपहर 2.51 बजे अरब सागर में 4.64 मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान है.
अधिकारियों ने बताया कि मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलों में से एक विहार झील सुबह करीब 3.50 बजे ओवरफ्लो होने लगी, जबकि मोदक सागर सुबह 10.40 बजे ओवरफ्लो होने लगा. पवई और तुलसी झीलें पहले ही ओवरफ्लो होने लगी हैं.




मुंबई के लिए आईएमडी का पूर्वानुमान
आईएमडी के पूर्वानुमान में कहा गया है कि मुंबई में कभी-कभी 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. मुंबई में बारिश के दौरान वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर वाहनों की जाम की स्थिति बनी हुई है. एक नगर निगम अधिकारी ने बताया कि गुरुवार सुबह आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में द्वीपीय शहर में 44 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि इसके पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमश: 90 मिमी और 89 मिमी बारिश दर्ज की गई. सुबह से ही भारी बारिश के कारण कुछ निचले इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे शहर में यात्री बसों का संचालन करने वाली बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) को अपने वाहनों को आरे कॉलोनी के आधा दर्जन मार्गों पर मोड़ना पड़ा.

ट्रेनें विलंबित
यात्रियों ने शिकायत की कि पश्चिमी रेलवे और मध्य रेलवे द्वारा संचालित उपनगरीय सेवाएं 10-15 मिनट देरी से चल रही हैं. मध्य रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि भारी बारिश के कारण दृश्यता कम होने के कारण उपनगरीय ट्रेनों की गति कम कर दी गई है. उन्होंने बताया कि सुबह 10.30 बजे से कुर्ला और घाटकोपर स्टेशनों के बीच रेलवे पटरियों पर पानी जमा होना शुरू हो गया था, लेकिन यह अभी भी खतरे के निशान से नीचे है और इसलिए सभी उपनगरीय ट्रेनें कम गति से चल रही हैं. उन्होंने बताया कि पटरियों पर पानी भर जाने के कारण पनवेल-कर्जत लाइन पर रेल यातायात स्थगित कर दिया गया है.

(एजेंसियों से प्राप्त इनपुट के साथ)


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