मुंबई भारी बारिश
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मुंबई में मूसलाधार बारिश, विक्रोली में सबसे ज्यादा 255.5 मिमी

मुंबई में पिछले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश हुई. विक्रोली में 255.5 मिमी सबसे ज्यादा वर्षा दर्ज हुई, जबकि जुहू और बांद्रा में भी 200 मिमी से अधिक बारिश हुई.


मुंबई में मानसून ने एक बार फिर अपना असर दिखाया है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शहर के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई है. मंगलवार (19 अगस्त) सुबह 8.30 बजे तक की अवधि में सबसे ज्यादा बारिश विक्रोली (पूर्वी उपनगर) में हुई, जहां 255.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई.

आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिमी उपनगरों का प्रतिनिधित्व करने वाला सांताक्रूज़ वेधशाला ने 238.2 मिमी बारिश दर्ज की. वहीं, दक्षिण मुंबई के कोलाबा वेधशाला में 110.4 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई.

सबसे ज्यादा बारिश विक्रोली में 255.5 मिमी रही. इसके बाद भायखला में 241 मिमी, जुहू में 221.5 मिमी और बांद्रा में 211 मिमी बारिश दर्ज हुई. इसके मुकाबले, महालक्ष्मी क्षेत्र में अपेक्षाकृत कम बारिश हुई, जहां केवल 72.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई.

बारिश का असर

मुंबई में इतनी भारी बारिश के कारण कई जगहों पर पानी भर गया और जनजीवन प्रभावित हुआ. विक्रोली और भायखला जैसे इलाकों में जहां बारिश का स्तर 200 मिमी से ऊपर रहा, वहां स्थानीय लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा. वहीं, बांद्रा और जुहू जैसे समुद्र तटीय इलाकों में भी भारी बारिश के चलते यातायात बाधित हुआ.

बारिश के चलते सड़क और रेल यातायात पर भी असर देखने को मिला. कई जगहों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं और लोकल ट्रेनें धीमी गति से चलनी पड़ीं. हालांकि, आईएमडी ने कहा है कि आगामी 24 घंटों में भी मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना बनी हुई है.

अलग-अलग इलाकों में बारिश का अंतर

दिलचस्प बात यह रही कि शहर के अलग-अलग हिस्सों में बारिश की तीव्रता अलग-अलग रही. जहां विक्रोली और भायखला में भारी वर्षा हुई, वहीं महालक्ष्मी जैसे केंद्रीय क्षेत्र में बारिश अपेक्षाकृत हल्की रही. यह अंतर मुंबई के भौगोलिक स्वरूप और मानसून के बादलों की गतिविधियों की वजह से होता है.

प्रशासन की तैयारियां

भारी बारिश को देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने नागरिकों से अपील की है कि वे पानी भराव वाले इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचें. इसके अलावा, आपदा प्रबंधन विभाग की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है और जलभराव वाले इलाकों में पंपिंग स्टेशनों को सक्रिय कर दिया गया है.

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