
द्वारका एक्सप्रेसवे और यूईआर-II से दिल्ली-एनसीआर का कितना यात्रा समय बचेगा?
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ये दोनों प्रोजेक्ट दिल्ली में जाम को 50 प्रतिशत तक कम कर देंगे
द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (यूईआर-II) का दिल्ली सेक्शन, जिसकी लागत 11,000 करोड़ रुपये आई है, रविवार (17 अगस्त) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं सरकार की राष्ट्रीय राजधानी को जाम से मुक्त करने की व्यापक योजना के तहत विकसित की गई हैं, जिनका उद्देश्य कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार, यात्रा समय की बचत और दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक कम करना है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा— “ये पहल प्रधानमंत्री मोदी की उस दृष्टि को दर्शाती हैं जिसके तहत विश्वस्तरीय आधारभूत ढांचे का निर्माण किया जा रहा है, ताकि जीवन को आसान बनाया जा सके और निर्बाध गतिशीलता सुनिश्चित हो।”
द्वारका एक्सप्रेसवे और यूईआर-II कैसे मदद करेंगे?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ये दोनों प्रोजेक्ट दिल्ली में ट्रैफिक जाम को 50 प्रतिशत तक कम कर देंगे। सोनीपत, बहादुरगढ़, रोहतक और गुरुग्राम से दिल्ली हवाई अड्डे तक की दूरी और समय में काफी कमी आएगी। दिल्ली और गुरुग्राम के बीच एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर भीड़ कम होगी।
द्वारका एक्सप्रेसवे (दिल्ली सेक्शन):
लंबाई: 10.1 किलोमीटर
लागत: लगभग ₹5,360 करोड़
विशेषता: शिव मूर्ति के पास तकनीकी रूप से जटिल और नवाचार से भरा इंटरचेंज।
यह इंटरचेंज राष्ट्रीय राजमार्ग 148एई पर प्रस्तावित नए ट्विन-ट्यूब टनल से भी जुड़ेगा। यह टनल लगभग 5 किमी लंबी होगी और 20 से 40 मीटर की गहराई पर दिल्ली के साउदर्न ब्रिज के नीचे शिव मूर्ति से नेल्सन मंडेला मार्ग तक जाएगी।
यह खंड यशोभूमि, डीएमआरसी ब्लू लाइन और ऑरेंज लाइन, आगामी बिजवासन रेलवे स्टेशन और द्वारका क्लस्टर बस डिपो को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी देगा।
पैकेज-I: शिव मूर्ति इंटरसेक्शन से द्वारका सेक्टर-21 आरयूबी तक (5.9 किमी)।
पैकेज-II: द्वारका सेक्टर-21 आरयूबी से दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर तक (4.2 किमी), जो सीधे यूईआर-II से जुड़ेगा।
हरियाणा सेक्शन (19 किमी) का उद्घाटन मार्च 2024 में प्रधानमंत्री ने किया था।
अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (यूईआर-II):
खंड: अलीपुर से डिचॉं कलां तक, साथ ही बहादुरगढ़ और सोनीपत से नई कनेक्टिविटी।
लागत: लगभग ₹5,580 करोड़
उपनाम: दिल्ली की नई आउटर रिंग रोड
कनेक्टिविटी: महिपालपुर (दिल्ली एयरपोर्ट) से अलीपुर (उत्तर दिल्ली) तक।
यह राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (दिल्ली-पानीपत), राष्ट्रीय राजमार्ग 09 (दिल्ली-रोहतक) और राष्ट्रीय राजमार्ग 248बीबी से बेहतर जुड़ाव देगा। इसमें कई एलिवेटेड सेक्शन हैं, जो दिल्ली, गुरुग्राम, सोनीपत और आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक कम करेंगे।
बेहतर कनेक्टिविटी से लाभान्वित क्षेत्र: अलीपुर, नरेला, बवाना, रोहिणी, मुंडका, नजफगढ़, द्वारका, महिपालपुर, पश्चिमी और दक्षिणी दिल्ली।
बहादुरगढ़ और सोनीपत को भी सीधे जोड़ा गया।
चंडीगढ़, पंजाब, जम्मू-कश्मीर से दिल्ली एयरपोर्ट तक यात्रा और सुगम होगी।
दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर से एयरपोर्ट की दूरी, जो पहले 2 घंटे लेती थी, अब केवल 40 मिनट में पूरी हो सकेगी। यह दिल्ली की इनर और आउटर रिंग रोड तथा मुकर्बा चौक, धौला कुआं और एनएच-09 जैसे व्यस्त स्थानों पर दबाव कम करेगा।
नए स्पर सीधे बहादुरगढ़ और सोनीपत को जोड़ेगे, औद्योगिक कनेक्टिविटी बेहतर होगी, शहर में ट्रैफिक घटेगा और एनसीआर में माल परिवहन तेज होगा।