लाल क़िला ब्लास्ट केस में संदिग्धों ने भारी मात्रा में विस्फोटक कैसे जुटाए, जांच इस पर फोकस
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लाल क़िला कार ब्लास्ट पीड़ित के परिजनों का मातम : नई दिल्ली के मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज के शवगृह के बाहर लाल क़िला कार ब्लास्ट के एक पीड़ित के रिश्तेदार शोक व्यक्त करते हुए। (फोटो: पीटीआई)

लाल क़िला ब्लास्ट केस में संदिग्धों ने भारी मात्रा में विस्फोटक कैसे जुटाए, जांच इस पर फोकस

घटना का मामला केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपा, क्योंकि इसमें फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ाव के संकेत मिले थे।


दिल्ली के लाल क़िला इलाके में हुए ब्लास्ट, जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए, की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। गृह मंत्रालय (MHA) ने मंगलवार (11 नवंबर) को यह कदम तब उठाया जब जांच में इस धमाके का संबंध फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ता पाया गया, जहाँ से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की गई थी, पीटीआई ने बताया।

सोमवार शाम लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी एक कार में हुए शक्तिशाली विस्फोट ने आसपास के कई वाहनों को जला दिया और कम से कम 12 लोगों की जान ले ली। अधिकारियों के अनुसार, यह एक हाई-इंटेंसिटी ब्लास्ट था।

सुरक्षा एजेंसियाँ अब इस बात की जांच कर रही हैं कि इतने संगठित व्हाइट-कॉलर आतंकी नेटवर्क ने अमोनियम नाइट्रेट जैसे प्रतिबंधित रासायनिक पदार्थों की भारी मात्रा कैसे हासिल की और संग्रहित की। माना जा रहा है कि इसी पदार्थ का उपयोग सोमवार के घातक विस्फोट में किया गया।

यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि प्रतिबंधित रासायनिक पदार्थों को हथियार में बदलना कितना आसान होता जा रहा है। अधिकारी अब उस लॉजिस्टिक और सप्लाई नेटवर्क को ट्रेस कर रहे हैं, जो हाल ही में पकड़े गए अंतरराज्यीय आतंकी गिरोह से जुड़ा बताया जा रहा है।

अमोनियम नाइट्रेट एक डुअल-यूज़ केमिकल है — जो खेती में नाइट्रोजन उर्वरक के रूप में और निर्माण क्षेत्र में क्वारियों में नियंत्रित विस्फोट के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है।

एनआईए ने जांच अपने हाथ में ली

यह फैसला इस बात का स्पष्ट संकेत है कि सरकार इस धमाके को आतंकी घटना मान रही है, क्योंकि NIA को केवल आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच का अधिकार है। एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, “ब्लास्ट केस अब NIA को सौंप दिया गया है।”

यह निर्णय तब लिया गया जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय राजधानी और देश के अन्य हिस्सों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। शाह ने मंगलवार दोपहर फिर से एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई है।

उन्होंने कहा कि शीर्ष जांच एजेंसियाँ मामले की गहराई से पड़ताल कर रही हैं और हर पहलू को खंगाला जाएगा।

घटना स्थल और जांच की दिशा

धमाका सोमवार शाम एक धीमी गति से चल रही कार में हुआ था, जिससे छह कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटो जलकर खाक हो गए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो उस वक्त भूटान दौरे पर थे, ने घटना की जानकारी ली और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि धमाके से पहले कार का रास्ता पता लगाया जा सके।

स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है, जबकि मोबाइल डंप डेटा और आतंकी संदिग्धों के डॉसियर खंगाले जा रहे हैं।

दमकल विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, कुल छह कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटो आग की चपेट में आए।

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