
खाता खाली, OTP गायब! बैंक फ्रॉड में नया तरीका आया सामने
राजस्थान के कोटा स्थित ICICI बैंक की पूर्व मैनेजर ने 2 साल में 41 ग्राहकों से 4.58 करोड़ की ठगी की। उसने ग्राहकों की एफडी रकम को शेयर बाजार में निवेश कर दिया। अब पुलिस की गिरफ्त में है।
अक्सर बैंक को सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन राजस्थान के कोटा से आई इस घटना ने बैंकिंग सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ICICI बैंक की 24 वर्षीय पूर्व रिलेशनशिप मैनेजर साक्षी गुप्ता को दो साल से अधिक समय तक ग्राहकों के खातों से लगभग 4.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उद्योग नगर पुलिस थाने के उपनिरीक्षक इब्राहिम ने कहा, "वह व्यवस्थित तरीके से धनराशि हस्तांतरित करती थी, कभी-कभी वह एक बुजुर्ग महिला के खाते का उपयोग पूल खाते के रूप में करती थी जिसे इस गतिविधि के बारे में कोई जानकारी नहीं होती थी।
कैसे हुआ करोड़ों का फ्रॉड?
जांच में सामने आया कि साक्षी ने 2020 से 2023 के बीच बैंक में काम करते हुए 41 ग्राहकों के 110 से अधिक खातों तक अनधिकृत पहुंच बनाई और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के नाम पर पैसों का गबन किया। उसने FD अकाउंट्स से पैसे निकालकर उन्हें शेयर बाजार में निवेश कर दिया।धोखाधड़ी छिपाने के लिए साक्षी ने खातों से जुड़े मोबाइल नंबर बदल दिए, ताकि लेनदेन की सूचना असली खाताधारकों तक न पहुंचे। OTP भी उसी के सिस्टम पर आने लगे।
धोखाधड़ी का पर्दाफाश कैसे हुआ?
यह मामला 15 फरवरी 2023 को तब उजागर हुआ, जब एक वरिष्ठ नागरिक महिला के खाते से 3.22 करोड़ रुपये निकाले गए और उन्होंने जानकारी के लिए बैंक से संपर्क किया। बैंक ने 18 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई, और जांच के बाद 31 मई को साक्षी को गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य:
साक्षी ने बिना अनुमति 40 खातों पर ओवरड्राफ्ट चालू किया।
31 FD खातों को समय से पहले बंद कर 1.34 करोड़ रुपये निकाले।
3.4 लाख का पर्सनल लोन भी अपने नाम पर लिया।
ट्रांजैक्शन के लिए इंस्टा कियोस्क, ATM, डिजिटल चैनल और नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया।
अपने और अपने परिवार के खातों से 40-50 लाख रुपये भी शेयर मार्केट में झोंक दिए।
कैसे करें अपने पैसों की निगरानी
इस मामले से यह स्पष्ट है कि ग्राहकों को खुद भी सतर्क रहना जरूरी है। यहां कुछ जरूरी उपाय है जिनके जरिए आप अपने पैसों को सुरक्षित रख सकते हैं। मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें: बड़े, छोटे अक्षर, नंबर और स्पेशल कैरेक्टर शामिल करें।, Two-Factor Authentication ऑन करें: लॉगिन के बाद OTP सुरक्षा देता है। खाते का स्टेटमेंट नियमित देखें: कोई संदिग्ध लेनदेन दिखे तो तुरंत बैंक को सूचित करें। SMS/Email अलर्ट चालू रखें: मोबाइल नंबर और ईमेल अपडेट रखें। नंबर बदलने पर बैंक को सूचित करें: ताकि OTP और अलर्ट सही व्यक्ति को मिलें।