संभल में कब्रिस्तान की ज़मीन पर बने मकान और दुकान, प्रशासन ने भारी सुरक्षा के बीच पैमाइश की
x
संभल में भारी सुरक्षा के बीच हुई कब्रिस्तान की ज़मीन की पैमाईश

संभल में कब्रिस्तान की ज़मीन पर बने मकान और दुकान, प्रशासन ने भारी सुरक्षा के बीच पैमाइश की

संभल में भारी सुरक्षा के बीच कब्रिस्तान की पैमाइश की गई।कई थानों की फोर्स और RAF की मौजूदगी में पैमाइश हुई।कब्रिस्तान पर मकान-दुकान बनाने वाले लोगों से काग़ज़ात मांगे गए।संवेदनशीलता को देखते हुए ड्रोन से मॉनिटरिंग की गई।


Illegal encroachment on cemetery land in Sambhal, administration conducts survey : संभल में जामा मस्जिद के क़रीब कब्रिस्तान की ज़मीन पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है।मंगलवार को अवैध क़ब्ज़े के विवाद में भारी फ़ोर्स के साथ अधिकारी मौके पर पहुंचे और कब्रिस्तान की 8 बीघे की ज़मीन की पैमाइश शुरू कर दी गई।पुलिस फ़ोर्स के साथ RAF और PAC भी मौजूद थी।इस दौरान संभल में सुरक्षा की दृष्टि से ख़ास इंतज़ाम किए गए हैं।कब्रिस्तान की ज़मीन पर अवैध क़ब्ज़े को लेकर यह कार्रवाई हो रही है।

सरकारी अभिलेखों में कब्रिस्तान, ज़मीन पर मकान और दुकान-

दरअसल संभल में शाही जामा मस्जिद से लगी हुई ज़मीन कब्रिस्तान की है।लेकिन इस पर अवैध क़ब्ज़ा कर लोगों ने मकान और दुकान बना रखा है।राजस्व विभाग के अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया अवैध क़ब्ज़े की बात ही सामने आ रही है क्योंकि यह ज़मीन कब्रिस्तान की है जो सरकारी अभिलेखों में दर्ज है।लोगों ने इस पर कई साल से अवैध क़ब्ज़ा कर निर्माण करवाया और मकान और दुकान बनवा लिया।ज़मीन की पैमाईश के लिए 30 दिसम्बर की तारीख प्रशासन ने तय की थी।हालाँकि इस कार्रवाई को लेकर किसी भी तरह से तनाव को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी।

पैमाइश के दौरान ड्रोन से हुई मॉनिटरिंग-

संभल में शाही जामा मस्जिद के बगल में कब्रिस्तान की ज़मीन पर अवैध क़ब्ज़े की शिकायत के बाद मंगलवार को अधिकारी भारी फ़ोर्स के साथ कार्रवाई करने पहुंचे। सबसे पहले ज़मीन की पैमाइश की गई।इंच-इंच ज़मीन नापी गई।इसके बाद घर-घर जा कर अधिकारियों ने काग़ज़ात मांगे।मकान और दुकान मालिकों को कोर्ट ने आदेशानुसार 15 दिन का समय भी दिया जाएगा।काफ़ी समय से कब्रिस्तान की ज़मीन पर मकान और दुकान बनाकर लोगों ने अवैध क़ब्ज़ा किया है।मामला संवेदनशील होने की वजह से न सिर्फ़ मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स थी बल्कि सभी आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे।इसके साथ ही ड्रोन से पूरे संभल की मॉनिटरिंग की जा रही थी।संभल की आठ जबकि दूसरे जिलों के पाँच थाने की पुलिस को कब्रिस्तान के आस-पास लगाया गया था।RAF को भी लगाया गया था।संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया ने जानकारी दी कि पैमाइश सकुशल संपन्न हुई है।

क्या है पूरा मामला ?

कल्कि सेना के राष्ट्रीय संयोजक सुभाष त्यागी ने 12 दिसंबर को संभल के जिलाधिकारी से इस बात की शिकायत की थी कि कब्रिस्तान की ज़मीन पर अवैध क़ब्ज़ा किया गया है।उन्होंने बताया कि 1980 में ये ज़मीन ख़ाली थी लेकिन 25 सालों में क़ब्रिस्तान की ज़मीन कर अवैध क़ब्ज़ा कर लिया गया।8 बीघे की ज़मीन के 2 बीघे पर क़ब्ज़े का आरोप लगाया गया था।इसके बाद जाँच के लिए जिलाधिकारी ने कमेटी बना दी थी।आज इसी ज़मीन की पैमाइश के लिए राजस्व विभाग के अधिकारी पहुँचे थे।जिन्होंने निर्माण किया है उनको नोटिस भी दिया जा रहा है।इस बात को भी जाँच में देखा जाएगा कि किसी तरह का फ़र्ज़ी दस्तावेज़ लोग न प्रस्तुत करें।यहाँ मकान बनाकर रह रहे लोगों का कहना है कि वो कई दशकों से यहाँ रह रहे हैं जबकि सरकारी दस्तावेज़ों में पूरे 8 बीघा ज़मीन कब्रिस्तान की होने के सबूत हैं।दस्तावेजों को जांचने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

Read More
Next Story