अहमदाबाद में क्रैश हुए प्लेन का दूसरा ब्लैक बॉक्स भी मिला, जांच के लिए महत्वपूर्ण
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अहमदाबाद में क्रैश हुए प्लेन का दूसरा ब्लैक बॉक्स भी मिला, जांच के लिए महत्वपूर्ण

ये दूसरा ब्लैक बॉक्स वो है, जो कॉकपिट में लगा होता है और इसमें दुर्घटना से पहले कॉकपिट में क्या क्या बात हुई, वो सब रिकॉर्ड होती है.


Plane Crash Investigation: अहमदाबाद में गुरूवार को हुए एयर इंडिया की फ्लाइट क्रैश हादसे की जांच से जुड़ा एक महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा है। जाँच दल ने इस विमान का दूसरा ब्लैक बॉक्स, जिसे कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर कहते हैं, को बरामद कर लिया गया है। ये सफलता रविवार को हाथ लगी है। इस खोज से जांचकर्ताओं को दुर्घटना के कारणों को समझने में मदद मिलने की उम्मीद है। इससे पहले, शुक्रवार को ही फ्लाइट का डेटा रिकॉर्डर भी मिल चुका है।

यह विमान लंदन जा रहा था, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर के बीजे मेडिकल कॉलेज पर जा गिरा, जिसमें कम से कम 279 लोगों की मौत हो गई। विमान में कुल 242 यात्री और क्रू सदस्य थे, जिनमें से दुखद रूप से केवल एक ही यात्री जीवित बचा।

जांच और राहत कार्य

हादसे की जांच के लिए कई एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने अपनी विस्तृत जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही, चूंकि यह विमान अमेरिका में बना था, अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) भी अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत अपनी अलग जांच कर रहा है।

सरकार ने इस दुर्घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी बनाई है, जिसकी पहली बैठक सोमवार को होने वाली है।

तीन महीने बाद आएगी रिपोर्ट

जांच समिति, जिसकी अध्यक्षता गृह सचिव करेंगे, अगले तीन महीनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसका मुख्य उद्देश्य भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स (SOPs) तैयार करना होगा। नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने बताया कि AAIB की जांच तकनीकी पहलुओं पर केंद्रित रहेगी, जबकि उच्च स्तरीय समिति भविष्य के सुरक्षा उपायों के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार करेगी।

टाटा समूह भी कर रहा है पीड़ितों के लिए काम

एयर इंडिया भी इस मुश्किल घड़ी में पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए टाटा समूह की अन्य कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है। एयरलाइन ने बताया है कि 400 से ज़्यादा परिवारों के सदस्य अहमदाबाद पहुँच चुके हैं और कंपनी के लोग उनकी हर संभव मदद कर रहे हैं। शवों और निजी सामानों को उनके परिजनों तक पहुँचाने का काम भी जारी है।

विशेषज्ञों का कहना है कि विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त क्यों हुआ, यह अभी बताना जल्दबाजी होगी। जांच पूरी होने के बाद ही हादसे के असल कारणों का पता चल पाएगा।


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