J&K Election: प्रत्याशियों की घोषणा, फिर घमासान और बदल गई लिस्ट; BJP में हंगामा है क्यों बरपा?
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J&K Election: प्रत्याशियों की घोषणा, फिर घमासान और बदल गई लिस्ट; BJP में हंगामा है क्यों बरपा?

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 15 उम्मीदवारों की सूची घोषित करने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए.


Jammu-Kashmir Assembly Elections: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 15 उम्मीदवारों की सूची घोषित करने के बाद सोमवार को जम्मू-कश्मीर भाजपा कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए. इससे पहले, पार्टी ने केंद्र शासित प्रदेश में आगामी चुनावों के लिए 44 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. लेकिन कुछ घंटों बाद ही इसे वापस ले लिया. भाजपा की नई सूची में केवल पहले चरण के उम्मीदवारों के नाम ही शामिल हैं. वहीं, बीजेपी ने थोड़ी देर बाद 1 उम्मीदवार की लिस्ट और जारी की है. ऐसे में पार्टी कुल मिलाकर 16 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है.

पार्टी के एक कार्यकर्ता ने कहा कि हम मतदाता बनने के बाद से ही भाजपा के साथ हैं. वे उन कार्यकर्ताओं की अनदेखी क्यों कर रहे हैं, जो भाजपा के साथ रहे हैं. ओमी खजूरिया जम्मू-उत्तर में एक जाना-माना चेहरा हैं. लेकिन टिकट एक ऐसे नेता को दिया जा रहा है, जो कांग्रेस से आया है.

उन्होंने कहा कि श्याम लाल शर्मा को टिकट दिया गया है, वहां उन्हें कोई नहीं जानता है. हम मांग करते हैं कि ओमी खजूरिया को टिकट दिया जाना चाहिए, अन्यथा हम सभी इस्तीफा दे देंगे. जो लोग ईमानदारी से काम कर रहे हैं, उन्हें टिकट मिलना चाहिए. हम यहां इसके बारे में पूछने आए हैं.

बता दें कि बीजेपी की प्रारंभिक सूची में सैयद वजाहत, गजय सिंह राणा और जावेद अहमद कादरी जैसे उम्मीदवार शामिल थे, जिन्हें क्रमशः अनंतनाग, डोडा और शोपियां निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया था. अन्य उम्मीदवारों में पंपोर से सैयद शौकत गयूर अंद्राबी, राजपोरा से अर्शीद भट, अनंतनाग पश्चिम से मोहम्मद रफीक वानी और किश्तवाड़ से शगुन परिहार शामिल हैं.

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में होने वाले हैं. मतगणना 4 अक्टूबर को होगी. कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है और महबूबा मुफ्ती की पीडीपी ने गठबंधन को अपना समर्थन देने का वादा किया है. दूसरी तरफ भाजपा ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बता दें कि साल 2014 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा 25 सीटें हासिल करने में सफल रही थी.

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