शपथ ग्रहण के बाद बोले फारूख अब्दुल्ला, उमर को मिला कांटों भरा ताज
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शपथ ग्रहण के बाद बोले फारूख अब्दुल्ला, 'उमर को मिला कांटों भरा ताज'

उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले लिया है. वहीं, फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उमर को कांटों का ताज मिला है और उनको लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना है.


Farooq Abdullah: उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले लिया है. इस केंद्र शासित प्रदेश को करीब 10 साल बाद अपनी चुनी हुई सरकार मिली है. ऐसे में कांग्रेस समेत पीडीपी ने भी खुशी जताई है. पीडीपी ने शपथ ग्रहण समारोह को 'बहुत शुभ दिन' भी करार दिया है. वहीं, फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उमर को कांटों का ताज मिला है और उनको लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना है.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को अपने बेटे उमर अब्दुल्ला के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद कहा कि यह कांटों का ताज है और अल्लाह उन्हें लोगों की उम्मीदों को पूरा करने में मदद करे. वहीं, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण को "बहुत शुभ दिन" बताया. क्योंकि जम्मू-कश्मीर के लोगों को कई वर्षों के बाद अपनी सरकार मिली है.

प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जो 2019 के बाद से केंद्र शासित प्रदेश में पहली निर्वाचित सरकार है, जब अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया था और तत्कालीन राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी और कहा कि केंद्र जम्मू-कश्मीर की प्रगति के लिए उनके और उनकी टीम के साथ मिलकर काम करेगा.

एक्स पर एक पोस्ट में मोदी ने कहा कि उमर अब्दुल्ला जी को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई. लोगों की सेवा करने के उनके प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं. केंद्र जम्मू-कश्मीर की प्रगति के लिए उनके और उनकी टीम के साथ मिलकर काम करेगा.

वहीं, इससे पहले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अब्दुल्ला को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. वह दूसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बने हैं और अपने दादा शेख अब्दुल्ला और पिता फारूक अब्दुल्ला के बाद अब्दुल्ला परिवार की तीसरी पीढ़ी है, जो इस पद पर आसीन हुई है. पांच मंत्रियों- सकीना मसूद (इटू), जावेद डार, जावेद राणा, सुरिंदर चौधरी और सतीश शर्मा ने भी पद की शपथ ली. इटू और डार कश्मीर घाटी से हैं. जबकि राणा, चौधरी और शर्मा जम्मू क्षेत्र से हैं.

राज्य का दर्जा बहाल

इस बीच, अपने दादा से प्रेरणा लेते हुए उमर अब्दुल्ला के बेटे जहीर अब्दुल्ला ने कहा कि नई सरकार की पहली प्राथमिकता राज्य का दर्जा बहाल करना है. फारूक अब्दुल्ला ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में शपथ ग्रहण समारोह के बाद कहा कि राज्य चुनौतियों से भरा है और मुझे उम्मीद है कि यह सरकार वही करेगी, जो उसने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था. यह कांटों का ताज है और अल्लाह उन्हें (उमर को) सफलता दिलाए और वह लोगों की उम्मीदों को पूरा करें. यह मेरा संदेश है. ज़हीर अब्दुल्ला ने कहा िक राज्य का दर्जा मिलने के बाद, अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए हमारा असली संघर्ष शुरू होगा. अनुच्छेद 370 हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगी.

घाव भरने की कोशिश करें: पीडीपी

अब्दुल्ला के शपथ समारोह में शामिल होने के बाद पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज का दिन बहुत शुभ है. जम्मू-कश्मीर के लोगों को कई वर्षों के बाद अपनी सरकार मिली है. लोगों ने एक स्थिर सरकार चुनी है. जम्मू-कश्मीर के लोगों ने खासकर 2019 के बाद बहुत कुछ सहा है और हमें उम्मीद है कि यह नई सरकार हमारे घावों को भर देगी. हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार केंद्र के 5 अगस्त, 2019 के अनुच्छेद 370 को हटाने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित करेगी.

उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार 5 अगस्त, 2019 के फैसले की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित करेगी, ताकि जम्मू-कश्मीर के लोग उन फैसलों को स्वीकार न करें. इसके अलावा, पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि सरकार बेरोजगारी, नशाखोरी, बिजली और अन्य मुद्दों को हल करने के तरीके खोजेगी.

पीडीपी ने किया समर्थन

महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने भी उम्मीद जताई कि नई सरकार उसे मिले भारी जनादेश के साथ न्याय करेगी. इल्तिजा ने एक्स पर लिखा कि छह साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार जम्मू-कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार होगी. उमर साहब को शुभकामनाएं और उम्मीद है कि वे भारी जनादेश और लोगों के उन पर जताए गए विश्वास के साथ न्याय करेंगे. अब्दुल्ला को बधाई देते हुए पीडीपी ने एक्स पर एक अलग पोस्ट में कहा कि पार्टी 5 अगस्त, 2019 को लिए गए फैसलों के खिलाफ खड़े होने के अपने वादों पर नई सरकार का समर्थन करेगी.

पीडीपी ने कहा कि हम उमर अब्दुल्ला साहब को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई देते हैं. लोगों ने नई सरकार को इस उम्मीद के साथ चुना है कि वह 5 अगस्त 2019 को लिए गए फैसलों के खिलाफ खड़े होने के अपने वादों पर खरी उतरेगी और हम इस पर नई सरकार का समर्थन करते हैं. उन्हें और उनके मंत्रिमंडल को एक सफल कार्यकाल के लिए हमारी शुभकामनाएं.

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