
CM उमर ने पहलगाम में की कैबिनेट बैठक,राजधानी के बाहर पहली बार हुई बैठक
पहलगाम के आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में पर्यटन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ये अहम पहल की
एक महीने पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसी क्षेत्र में एक कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की, जोकि पर्यटन को फिर से पटरी पर लाने की दिशा में एक प्रयास था।
यह पहली बार है जब श्रीनगर या जम्मू के बाहर किसी स्थान पर कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील की। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि दुनिया जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को एक आर्थिक गतिविधि के रूप में देखे। हमें सावधानी से कदम उठाने होंगे, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि कश्मीर और घाटी में जल्द से जल्द पर्यटन फिर से शुरू हो।"
उमर ने कहा, "पिछले 5-6 सप्ताह देश के लिए कठिन रहे हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर ने सबसे भारी कीमत चुकाई है। सरकार तय करेगी कि इस स्थिति से उबरने के लिए हमें क्या कदम उठाने हैं।"
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पर्यटन को एक "संघर्ष-निरपेक्ष" गतिविधि माना जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि बैसरण के घास के मैदानों में हुए हमले के बाद सरकार ने सुरक्षा ऑडिट कराया, और उस आधार पर कुछ स्थानों को फिर से खोलने के लिए उपयुक्त पाया गया है।
22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरण मैदान में 4-6 आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चला दी थीं। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक माना गया, और इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया।
इस हमले के जवाब में, भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में स्थित नौ आतंकी शिविरों पर सैन्य कार्रवाई की। इसके परिणामस्वरूप, पाकिस्तान की ओर से भारत के उत्तरी और पश्चिमी राज्यों में ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए जिसे भारत ने नाकाम कर दिया।