कर्नाटक में क्या है 'शत्रु संहार' मामला, डी के शिवकुमार किस पर साध रहे निशाना
कर्नाटक के सीएम डी के शिवकुमार ने सनसनीखेज खुलासा किया है. उनका कहना है कि शत्रु भैरवी यज्ञ के जरिए कर्नाटक सरकार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हो रही है.
कर्नाटक की सियासत में राजनीतिक दुश्मनों को तंत्र, मंत्र, जादू-टोना और पशुओं के बलि द्वारा नष्ट करने की बात नई नहीं है. पूर्व पीएम एच डी देवेगौड़ा, पूर्व सीएम बी एस येदियुरप्पा और डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार के बारे में कहा जाता है कि कथित तौर पर इन लोगों ने यज्ञ किए या कराए थे. 30 मई को डी के शिवकुमार ने सनसनीखेज दावा किया कि केरल में राजराजेश्वरी मंदिर के करीब शत्रु संहार के लिए शत्रु भैरवी यज्ञ कराया जा रहा है. उस यज्ञ का मकसद उन्हें और सीएम सिद्धारमैया को समाप्त करना है.
कर्नाटक सरकार को गिराने की साजिश
डी के शिवकुमार ने कहा कि उन्हें किसी ने लिखित में बताया कि कर्नाटक के सीएम, डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष क खिलाफ यज्ञ किया गया है. वो बताते हैं कि केरल में राजराजेश्वरी मंदिर के करीब शत्रु संभार यज्ञ में पांच बलि दी गई. 21 बकरी, पांच भैंस, 21 काली भेड़, पांच सुअर शामिल है. इसके लिए अघोरियों से संपर्क साधा गया और यह अभी चल रहा है.
आप लोग जानते हैं उनके बारे में , नहीं लिया नाम
डी के शिवकुमार ने किसी नाम के बारे में तो नहीं बताया लेकिन यह कहा कि जो लोग यज्ञ कर रहे हैं वो अपने काम में माहिर हैं. वो जानते कौन लोग इस काम को करा रहे हैं. लेकिन वो मीडिया से अधिक बात इस वजह से नहीं करना चाहते क्योंकि आप लोग कहीं की बात कहीं लेकर चले जाते हैं. आप लोगों को भी उनके बारे में पता है. इस काम में राजनीतिक लोगों का जुड़ाव है. लेकिन उन्हें भी भगवान और लोगों का आशीर्वाद हासिल है. अगर राजनीतिक लोग नहीं तो और कौन करेगा.
कर्नाटक की सियासत में तंत्र मंत्र की बात नई नहीं
डी के शिवकुमार के मुताबिक यह सब सिर्फ कांग्रेस सरकार की लोकप्रियता की वजह से हो रहा है. द फेडरल से बातचीत में एक कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना के केस में बीजेपी और जेडीएस की साख को झटका लगा है. और इसकी वजह से कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है. हालांकि इस तरह के तंत्र मंत्र जादू-टोना वाली बात पहले भी आती रही है. अतीत में डी के शिवकुमार और येदियुरप्पा दोनों केरल में मंदिरों के दर्शन कर चुके हैं और इस तरह की खबरें सुर्खियों में रही हैं, कर्नाटक में जब जेडीएस और कांग्रेस की साझा सरकार थी तो इस तरह की खबरें चर्चा में रहती थीं. दोनों की तरफ से आरोप भी लगाया जाता था कि कर्नाटक सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है.