
Karur Stampede: TVK ने बिजली कटौती को साजिश बताया, हाईकोर्ट में याचिका
करूर में TVK की रैली में 40 लोगों की मौत के बाद पार्टी ने मदुरै हाईकोर्ट में स्वतंत्र जांच की मांग की। बिजली कटौती और सुरक्षा चूक पर संदेह जताया गया।
तमिलनाडु के करूर में शनिवार (27 सितंबर) को तमिलगा वेट्री कज़गम (TVK) की चुनावी रैली में हुई भीषण भगदड़ में 40 लोगों की मौत और कई घायल होने के बाद, पार्टी ने मद्रास हाईकोर्ट के मदुरै बेंच में याचिका दाखिल कर घटना की स्वतंत्र जांच की मांग की है। पार्टी ने इसे अपने प्रमुख विजय के खिलाफ एक संभावित साजिश करार दिया है। यह मामला सोमवार (29 सितंबर) को दोपहर 2.15 बजे सुनवाई के लिए मदुरै बेंच में आएगा। रविवार (28 सितंबर) को चेन्नई में TVK के प्रवक्ता निर्मल कुमार ने न्यायाधीश एम. धंदापानी से इस मामले में मुलाकात की।
निर्मल कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा, हमें बताया गया है कि कल (सोमवार) दोपहर 2.15 बजे सुनवाई होगी। फिलहाल हमारे पास और जोड़ने के लिए कुछ नहीं है। सुनवाई के बाद हम अपने विचार साझा करेंगे।
राज्य जांच पर भरोसा कम
TVK का मानना है कि यह घटना दुर्भावनापूर्ण रूप से हुई और स्थानीय जांच पर उनका भरोसा कम है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह केवल एक दुर्घटना नहीं है, बल्कि जवाबदेही की मांग भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि रैली के दौरान विजय पर पत्थर और चप्पलें फेंकी गईं और पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने अनुचित बैटन चार्ज किया। इसलिए पार्टी ने एक “पक्षपातपूर्ण” राज्य जांच के बजाय न्यायालय निगरानी वाली जांच की आवश्यकता पर जोर दिया।
पार्टी का दावा है कि रैली में अचानक हुई बिजली कटौती कोई दुर्घटना नहीं थी, बल्कि जानबूझकर की गई साजिश थी। इस घटना के बाद विजय ने अपना दौरा आधा छोड़कर शनिवार रात चेन्नई लौट आए। पुलिस ने इसके बाद TVK महासचिव बसी आनंद और निर्मल कुमार समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
राज्य सरकार की जांच समिति और अदालत में याचिका
राज्य सरकार ने सेवानिवृत्त मद्रास हाईकोर्ट न्यायाधीश अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच समिति गठित की है। हालांकि, TVK नेताओं ने इसे अपर्याप्त बताया और संघीय स्तर की जांच की मांग की।
चेन्नई के सुप्रीम कोर्ट वकील जीएस मणि ने भी इसी आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह सचिव, CBI निदेशक, तमिलनाडु मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और करूर के SP को लक्षित करते हुए एक याचिका दायर की। मणि ने बिजली कटौती को “जानबूझकर” करार दिया और कहा कि इससे अफरा-तफरी मची और भगदड़ हुई। याचिका में स्थानीय पुलिस जांच और एक सदस्यीय जांच आयोग को “नकली” बताते हुए सीबीआई या सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीशों की निगरानी में SIT जांच की मांग की गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों से घटना की भयावहता
रैली में विजय के भाषण के दौरान शाम 7 बजे अचानक रोशनी चली गई, जिससे भीड़ में भगदड़ मच गई। मृतकों में ऐसे परिवार भी शामिल हैं जो पड़ोसी जिलों से आए थे।
TVK ने जन संपर्क दौरा स्थगित किया
TVK ने 2026 विधानसभा चुनाव से पहले अपने सार्वजनिक दौरे और राजनीतिक अभियान को स्थगित कर दिया है। यह दौरा दो जिलों को कवर करते हुए फरवरी 2026 तक 30 से अधिक जिलों में मतदाताओं से संपर्क करने की योजना के तहत था। TVK प्रवक्ता ने कहा, यह समय चिंतन और दुखियों के साथ एकजुटता का है। यह रोक अस्थायी है, लेकिन स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जरूरी है।