आतंकियों के खात्मे तक चुप नहीं बैठेंगे, LG मनोज सिन्हा की चेतावनी
जम्मू -कश्मीर में आतंकी हमले पर एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि एक एक आतंकियों के खात्मे तक शांति से नहीं बैठेंगे, दहशतगर्दों को उनकी जगह पहुंचाएंगे
Jammu Kashmir Terror Attack: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि सुरक्षा बल और पुलिस तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक वे जम्मू-कश्मीर से सभी आतंकवादियों और उनके समर्थकों का सफाया नहीं कर देते. जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी द्वारा यहां टैगोर हॉल में आयोजित लोक महोत्सव को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा कि रियासी आतंकवादी हमले से कलाकारों सहित समाज के सभी वर्गों में गुस्सा है.
'एक एक गुनहगार को देंगे सजा'
सिन्हा ने कहा, "तीन दिन पहले आतंकवादियों ने रियासी में मानवता पर कायराना हमला किया, जिससे कलाकारों सहित समाज के सभी वर्गों में गुस्सा है. उन्होंने कहा, "मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सुरक्षा बल और पुलिस तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक वे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और उनके समर्थकों का सफाया नहीं कर देते।"रियासी में शिव खोरी मंदिर जा रही एक बस आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी के बाद खाई में गिर गई, जिसमें नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि 33 अन्य घायल हो गए।
डोडा में एक बार आतंकी हमला
पुलिस ने डोडा हमलों में शामिल होने के संदेह में चार आतंकवादियों के स्केच जारी किए और उनके बारे में जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी मूल के ये आतंकवादी 20 से 42 वर्ष की आयु के हैं और इनके पास एके-सीरीज की राइफलें, अमेरिकी एम4 कार्बाइन और पिस्तौल हैं. संभावित आतंकवादी हमलों की खुफिया रिपोर्टों के बाद खासकर तेजी से अस्थिर पुंछ और राजौरी जिलों में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं. खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि “आतंकवादी अगले 48 घंटों में राजौरी और जम्मू जिलों के सुदरबनी, नौशेरा, लम्बेरी, अखनूर और दोमाना इलाकों में सुरक्षा बलों/शिविरों/प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमलों की योजना बना रहे हैं.
पहले रियासी में फिर कठुआ, डोडा में हुआ था हमला
राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया है. जम्मू से करीब 60 किलोमीटर दूर और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सेडा सोहल में मंगलवार रात सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में पहला आतंकवादी मारा गया. उस समय ग्रामीणों ने शोर मचाया और पुलिस को सूचना दी कि आतंकवादियों का एक समूह मौजूद है. उस समय एक अज्ञात व्यक्ति ने रात करीब 8 बजे एक घर में पानी मांगा था. आतंकवादियों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए घर पर ग्रेनेड से हमला किया और गोलियां चलाईं. इसके बाद आतंकवादी पास के जंगलों में भाग गए। सूत्रों ने शुरू में बताया था कि हमले में दो ग्रामीण मारे गए हैं, लेकिन अधिकारियों ने बुधवार को किसी भी नागरिक के मारे जाने की संभावना से इनकार किया। उन्होंने बताया कि 45 वर्षीय ओंकार नामक ग्रामीण के बाएं हाथ में गोली लगी है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. दूसरा आतंकवादी बुधवार दोपहर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ कर्मियों की संयुक्त टीम के साथ लंबी मुठभेड़ के बाद मारा गया। सीआरपीएफ की 121 बटालियन के कांस्टेबल कबीर दास उइके उस समय गंभीर रूप से घायल हो गए, जब आतंकवादी ने अमेरिकी एम4 कार्बाइन से सुरक्षा घेरा तोड़कर गोलियां चलाने की कोशिश की. जवाबी फायरिंग में आतंकवादी मारा गया था.