कोलकाता में मेसी के कार्यक्रम में बवाल पर सीएम ममता बनर्जी ने मांगी माफी, जांच के आदेश दिए
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कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन (VYBK) में शनिवार, 13 दिसंबर को आयोजित ‘G.O.A.T. इंडिया टूर 2025’ के एक कार्यक्रम के दौरान अर्जेंटीना के फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी के प्रशंसकों ने अफरा-तफरी के बीच मैदान में बोतलें फेंकीं। — PTI

कोलकाता में मेसी के कार्यक्रम में बवाल पर सीएम ममता बनर्जी ने मांगी माफी, जांच के आदेश दिए

मेसी की झलक न मिलने से नाराज़ प्रशंसकों ने गैलरी की कुर्सियाँ तोड़ीं और मैदान में फेंकीं


कोलकाता के युवा भारती क्रीड़ांगन (सॉल्ट लेक स्टेडियम) में उस वक्त भारी अव्यवस्था फैल गई, जब दर्शकों को अर्जेंटीना के फुटबॉल दिग्गज लियोनेल मेसी की साफ़ झलक नहीं मिल पाई। इससे स्टेडियम के भीतर अशांति फैल गई और कई लोगों ने इसे 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) के लिए एक बड़ा जनसंपर्क संकट बताया।

गुस्साए प्रशंसकों ने गैलरी की कुर्सियाँ तोड़ दीं और उन्हें मैदान में फेंक दिया। वे मेसी को ठीक से न देख पाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर लियोनेल मेसी और उनके प्रशंसकों से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगी। स्थिति को “कुप्रबंधन” बताते हुए ममता ने कहा कि जो कुछ हुआ, उससे वह स्तब्ध हैं और उन्होंने चूक की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा, “आज सॉल्ट लेक स्टेडियम में जो कुप्रबंधन देखने को मिला, उससे मैं बेहद व्यथित और हैरान हूं। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए मैं लियोनेल मेसी, सभी खेल प्रेमियों और उनके प्रशंसकों से दिल से माफी मांगती हूं।”

मेसी को न देख पाने से भड़के प्रशंसक

मेसी सुबह करीब 11:30 बजे लुईस सुवारेज़ और रोड्रिगो डी पॉल के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, लेकिन आयोजन समिति के बड़ी संख्या में अधिकारियों ने उन्हें तुरंत घेर लिया। इसके चलते वे करीब 20 मिनट तक दर्शक दीर्घा से दिखाई नहीं दिए। इससे नाराज़ दर्शकों ने “We want Messi” के नारे लगाने शुरू कर दिए।

हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने घेरा बनाकर स्थिति संभालने की कोशिश की और आयोजकों ने बार-बार शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन हालात सुधरे नहीं। भारी कीमत पर टिकट खरीदने वाले प्रशंसक स्टेडियम की विशाल स्क्रीन पर निर्भर थे, लेकिन मेसी के चारों ओर लगातार भीड़ बने रहने — यहां तक कि पूर्व मोहन बागान और डायमंड हार्बर के खिलाड़ियों से उनकी मुलाकात के दौरान भी — से भ्रम और बढ़ गया।

मेसी को मैदान से बाहर ले जाया गया

खेल मंत्री अरूप बिस्वास और मुख्य आयोजक शतद्रु दत्ता ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए घोषणाएं कीं, लेकिन वे भी नाकाम रहीं।

करीब 11:52 बजे, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, शाहरुख़ ख़ान और सौरव गांगुली के पहुंचने से पहले ही मेसी को मैदान से बाहर ले जाया गया। उनका जल्दी चले जाना दर्शकों के गुस्से को और भड़का गया, क्योंकि कई लोगों ने महंगे टिकट खरीदे थे और फिर भी फुटबॉल आइकन की झलक तक नहीं देख पाए।

सॉल्ट लेक स्टेडियम में मेसी की महज़ 22 मिनट की मौजूदगी एक बड़े हंगामे में बदल गई, जिसे कई लोगों ने “रॉयल मैस” करार दिया, क्योंकि पूरे स्टेडियम में अव्यवस्था का माहौल बना रहा।

‘रॉयल मैस’ कैसे सामने आया

मेसी के सुरंग से बाहर निकलते ही कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। हालात ऐसे बन गए कि विशेष कार्यक्रम के लिए कोलकाता पहुंचे बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख़ ख़ान, भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन सके, क्योंकि हंगामे के चलते आयोजन को बीच में ही छोटा करना पड़ा।

स्थिति के बेकाबू होते देख ‘GOAT टूर’ के आयोजक शतद्रु दत्ता को सुरक्षा कर्मियों के साथ मिलकर मेसी को तुरंत वहां से बाहर ले जाना पड़ा। इस दौरान सॉल्ट लेक स्टेडियम राजनीतिक शक्ति-प्रदर्शन का अखाड़ा बन गया, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए मैदान में प्रवेश कर लिया।

अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी को देखने के लिए 4,500 से 10,000 रुपये तक के टिकट खरीदने वाले गुस्साए प्रशंसकों ने बोतलें फेंकीं और फाइबरग्लास की कुर्सियों को नुकसान पहुंचाया। हालात पर काबू पाने की कोशिश में पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा, हालांकि स्थिति संभालना उनके लिए भी मुश्किल हो गया।

‘एक काला दिन’, राज्यपाल ने कहा

घटना को “एक काला दिन” बताते हुए राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सॉल्ट लेक स्टेडियम में लियोनेल मेसी से जुड़े कार्यक्रम के आयोजक को कुप्रबंधन के आरोप में गिरफ्तार करने का निर्देश राज्य सरकार को दिया। बोस ने कहा कि इस स्थिति के लिए सीधे तौर पर आयोजक जिम्मेदार हैं, लेकिन पुलिस भी सरकार, जनता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी — जो राज्य की गृह मंत्री भी हैं — की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी।

उन्होंने कहा, “उनकी निष्क्रियता के कारण यह दिन कोलकाता के खेल-प्रेमी लोगों के लिए एक काला दिन कहा जा सकता है।”

लोक भवन के एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल यह सुनकर स्तब्ध थे कि मुख्यमंत्री, जो सॉल्ट लेक स्टेडियम में मेसी से मिलने वाली थीं, को बीच रास्ते से ही लौटना पड़ा। अधिकारी ने बोस के हवाले से कहा, “जब मुख्यमंत्री को बीच से लौटना पड़ा, तो यह बेहद गंभीर मामला है। इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए और दोषियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”

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