
दबंगई पर चला कानून का डंडा, एक्स MP धनंजय सिंह पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज
लखनऊ की स्वास्तिका सिटी में रास्ता कब्जा विवाद में पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत तीन पर FIR दर्एज की गई है। वहीं एकपक्षीय कार्रवाई के आरोप में इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया है।
Dhananjay Singh News: जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया है। दरअसल लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी के अहमामऊ स्थित स्वास्तिका सिटी कॉलोनी में सार्वजनिक रास्ते पर कब्जे को लेकर गंभीर विवाद सामने आया था। इस मामले में पूर्व सांसद जौनपुर जिले के महाराजगंज की ब्लॉक प्रमुख मांडवी सिंह के पति विनय सिंह और उनके सरकारी गनर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामले में पुलिस की एकपक्षीय कार्रवाई के आरोपों के बाद पुलिस आयुक्त ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने के इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है।
क्या है मामला
स्वास्तिका सिटी निवासी कौशल तिवारी का कहना है कि उनके पड़ोस में विनय सिंह ने अपनी पत्नी मांडवी सिंह के नाम पर लगभग 4500 वर्ग फीट भूमि खरीदकर मकान बनवाया है। बैनामे में जमीन की चौहद्दी में दक्षिण दिशा की ओर 20 फीट चौड़ा रास्ता दर्ज है, जिसका इस्तेमाल कॉलोनी के लोग करीब 20 वर्षों से आने जाने के लिए करते आ रहे हैं। लेकिन विनय सिंह जो दबंग प्रवृत्ति के हैं उनकी तरफ से धमकाने वाली बात होती रही है।
कौशल तिवारी का कहना है कि 29 दिसंबर को विनय सिंह कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर ईंट की दीवार खड़ी कर रास्ता बंद कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ सरकारी गनर और अन्य हथियारबंद लोग मौजूद थे। जब कॉलोनी के लोगों ने इसका विरोध किया तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। आरोप है कि विनय सिंह ने लाइसेंसी राइफल निकालकर कौशल तिवारी को डराने के मकसद से दौड़ा लिया। इसी दौरान सरकारी गनर ने कॉलोनी निवासी रामू को जाति सूचक गालियां दीं जबकि विनय सिंह ने रामू के साथ मारपीट कर उसे जमीन पर गिरा दिया।
मारपीट में रामू बेहोश हो गया जिससे कॉलोनी में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि विनय सिंह के प्रभाव के चलते पुलिस ने शुरू में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए विनय सिंह की तहरीर पर उल्टा कौशल तिवारी, धीरेंद्र मणि त्रिपाठी और 15 अज्ञात कॉलोनीवासियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
विरोध के दौरान पूर्व सांसद को फोन
कॉलोनी के लोगों का कहना है कि रास्ता बंद करने के विरोध के दौरान विनय सिंह ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को फोन किया और कॉलोनी के लोगों से उनकी बातचीत कराने का प्रयास किया। हालांकि स्थानीय लोगों ने बातचीत से इनकार कर दिया और इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इंस्पेक्टर पर अभद्रता के आरोप
कौशल तिवारी और धीरेंद्र मणि त्रिपाठी सहित अन्य लोगों ने तत्कालीन इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि वे अवैध कब्जे की शिकायत लेकर थाने पहुंचे थे जहां इंस्पेक्टर ने उनका प्रार्थना पत्र फाड़कर फेंक दिया और डांटकर भगा दिया। आरोप है कि उसी रात शिकायतकर्ताओं के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर ली गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त ने इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। फिलहाल पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है, जबकि कॉलोनीवासी निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

