महाराणा प्रताप के वंशज राज गद्दी के लिए भिड़े, उदयपुर के सिटी पैलेस में हंगामा
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महाराणा प्रताप के वंशज राज गद्दी के लिए भिड़े, उदयपुर के सिटी पैलेस में हंगामा

विवाद तब सामने आया जब उदयपुर के राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक की रस्म के दौरान सिटी पैलेस में हंगामा हो गया.


Mewar Royal Family : राजस्थान की मेवाड़ रियासत में एक नया विवाद तब सामने आया जब उदयपुर के राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक की रस्म के दौरान सिटी पैलेस में हंगामा हो गया। यह विवाद तब बढ़ा जब विश्वराज सिंह मेवाड़ और उनके चचेरे भाई डॉ. लक्ष्य राज सिंह मेवाड़ के बीच तल्खियां सामने आईं। दरअसल, महेंद्र सिंह मेवाड़ के भाई अरविंद सिंह मेवाड़, जो सिटी पैलेस ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी हैं, ने राजतिलक की रस्म के लिए सिटी पैलेस में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।

सिटी पैलेस के गेट पर विवाद

चित्तौड़गढ़ में महाराणा के रूप में राजतिलक के बाद, जब विश्वराज सिंह मेवाड़ अपने समर्थकों के साथ उदयपुर के सिटी पैलेस पहुंचे, तो उनके काफिले को गेट पर रोक दिया गया। सिटी पैलेस पर ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी अरविंद सिंह मेवाड़ की देखरेख है, और उन्होंने नोटिस जारी करके कहा था कि बिना अनुमति के किसी को भी सिटी पैलेस में प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके परिणामस्वरूप, सिटी पैलेस के गेट पर अफरा-तफरी मच गई, और विश्वराज सिंह के समर्थकों ने बैरिकेड्स को जबरन हटा दिया।

पुलिस के साथ टकराव

इस दौरान पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई, और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसके बावजूद, विश्वराज सिंह मेवाड़ अपने तीन वाहनों के काफिले के साथ सिटी पैलेस में घुसने में सफल हो गए, जबकि बाकी गाड़ियों को पुलिस ने रोक दिया।

भाजपा विधायक हैं विश्वेश्वर सिंह

विश्वराज सिंह की बात करें तो वो राज समंद से बीजेपी के विधायक हैं और उनकी पत्नी सांसद.

खून से हुआ राजतिलक

विश्वराज सिंह मेवाड़ का राज्याभिषेक चित्तौड़गढ़ किले में हुआ था, जहां पुजारियों और पुरोहितों की मौजूदगी में उन्हें मेवाड़ राजवंश का उत्तराधिकारी घोषित किया गया। इस राज्याभिषेक में एक परंपरा निभाई गई, जिसमें एक पूर्व कुलीन ने अपनी अंगुली काटकर खून से राजतिलक किया। यह परंपरा मेवाड़ राजवंश के इतिहास का हिस्सा है और सैकड़ों सालों से चली आ रही है।

सिटी पैलेस विवाद और संपत्ति की लड़ाई

सिटी पैलेस के अंदर स्थित धूणी माता के दर्शन करने के लिए पहुंचे विश्वराज सिंह को उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ द्वारा रोका गया, जो इस ट्रस्ट के मुखिया हैं। दोनों परिवारों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है, और इसी कारण राजतिलक की रस्म को लेकर तनाव बढ़ गया। विश्वराज सिंह मेवाड़ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि परंपराओं को रोकने की ये कोशिश गलत है।

प्रशासन और पुलिस की चुनौती

राजतिलक के बाद सिटी पैलेस के बाहर पुलिस और प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल हो गया। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था, और क्षेत्र में बैरिकेड्स भी लगाए गए थे। जब विवाद बढ़ा और समर्थक सिटी पैलेस में घुसने के लिए हंगामा करने लगे, तो पुलिस को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान सिटी पैलेस के बाहर अफरा-तफरी की स्थिति बन गई, लेकिन प्रशासन ने स्थिति को काबू में करने की कोशिश जारी रखी।


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