एकनाथ शिंदे ने फिर दोहराया "जो पीएम मोदी और अमित शाह तय करेंगे, उसे पूरा समर्थन"
शिंदे ने बताया कि वे आराम के लिए गांव आए थे। उन्होंने कहा, "चुनाव प्रचार के दौरान दिन में 8-10 सभाएं कीं, जिससे काफी भागदौड़ हो गई।
Who Will Be The Next CM : महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को सतारा जिले के अपने पैतृक गांव दारे में पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने अपनी सेहत, सरकार गठन और महायुति के भविष्य को लेकर अहम बयान दिए। शिंदे ने स्पष्ट किया कि वह पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के फैसलों के साथ हैं।
आराम के लिए गांव पहुंचे, लेकिन काम जारी
शिंदे ने बताया कि वे आराम के लिए गांव आए थे। उन्होंने कहा, "चुनाव प्रचार के दौरान दिन में 8-10 सभाएं कीं, जिससे काफी भागदौड़ हो गई। पिछले ढाई साल में मैंने एक दिन की भी छुट्टी नहीं ली।" हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि गांव में रहते हुए भी उनसे मिलने वालों का सिलसिला जारी है।
महायुति में तालमेल, कोई विवाद नहीं
सरकार गठन पर बात करते हुए शिंदे ने महायुति के सहयोगी दलों—भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकांपा (अजित पवार गुट)—के बीच किसी भी मतभेद को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "हमारे तीनों दलों में समन्वय है। मुख्यमंत्री के नाम का फैसला भाजपा करेगी, और मुझे उस पर पूरा विश्वास है।"
जनता की सरकार, विकास पर जोर
अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार ने ढाई साल में रिकॉर्ड विकास कार्य किए हैं। उन्होंने इसे "सुनहरे अक्षरों में लिखी जाने वाली सरकार" बताया। शिंदे ने कहा, "हमने जो कहा, उसे कर दिखाया। हमारी सरकार आम जनता की सरकार है और जनता की आवाज को प्राथमिकता देती है।"
गांव आने पर भ्रम न करें
शिंदे ने अपने गांव दौरे को सामान्य प्रक्रिया बताया। उन्होंने कहा, "मैं नियमित रूप से अपने गांव आता हूं। इसमें किसी तरह का भ्रम नहीं होना चाहिए। मैंने पिछले सप्ताह ही अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी थी।"
विपक्ष पर हमला
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जनता ने उनकी सरकार को इतना समर्थन दिया है कि विपक्ष के पास नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए भी पर्याप्त विधायक नहीं हैं। उन्होंने कहा, "यह हमारी सरकार के काम का परिणाम है।"
पीएम मोदी और अमित शाह का निर्णय मान्य
शिंदे ने एक बार फिर भरोसा जताया कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के सभी फैसले महायुति के सहयोगियों की सहमति से लिए जाएंगे। उन्होंने दोहराया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो तय करेंगे, मुझे और मेरी पार्टी को उस पर पूरा भरोसा है।" इस बयानबाजी के जरिए शिंदे ने न केवल अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, बल्कि यह भी संकेत दिया कि महाराष्ट्र में सत्ता का हर फैसला महायुति के समन्वय और भाजपा के नेतृत्व में लिया जाएगा।
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