फडणवीस को हरसंभव सहयोग देंगे, एक टीम के तौर पर करेंगे काम: एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को हर संभव सहयोग देंगे और एक टीम के रूप में काम करेंगे.
Eknath Shinde: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और अब उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को हर संभव सहयोग देंगे और एक टीम के रूप में काम करेंगे. शिंदे ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल को बेहद सफल बताया. उन्होंने पिछले ढाई सालों में महायुति सरकार को मजबूती से समर्थन देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी आभार जताया.
गुरुवार (5 दिसंबर) को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि न केवल महायुती को बहुमत मिला है, बल्कि चुनाव परिणामों में विपक्ष को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाने के लिए पर्याप्त संख्या भी नहीं दी गई है. जब वह मुख्यमंत्री थे तो उनके दोनों उपमुख्यमंत्री फडणवीस और अजित पवार ने उन्हें पूरा सहयोग दिया और एक टीम के रूप में काम किया.
शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि जिस तरह से देवेंद्र जी और अजित दादा (पवार) ने मेरी मदद की और सहयोग किया (जब वह मुख्यमंत्री थे), मैं मुख्यमंत्री को हर संभव सहयोग और समर्थन दूंगा. हम एक टीम के रूप में काम करेंगे.
अफवाहों को किया खारिज
सीएम (मुख्यमंत्री) और डीसीएम (उपमुख्यमंत्री) शब्दों का इस्तेमाल करते हुए शिंदे ने कहा कि उन्होंने एक "आम आदमी" के रूप में काम किया और अब वह चौबीसों घंटे "आम आदमी के लिए समर्पित" रहेंगे. शपथ ग्रहण समारोह के बाद पहली कैबिनेट बैठक में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को लड़की बहन योजना की अगली किस्त लाभार्थियों को वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं. इस योजना के तहत 2.5 लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय वाली महिलाओं को मासिक सहायता के रूप में 1,500 रुपये दिए जाते हैं. शिंदे ने मुख्यमंत्री न बनाये जाने से अपने नाराज होने की सभी बातों को खारिज कर दिया.
“असली” शिवसेना
शिंदे ने बताया कि जब उन्होंने 2022 में (तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ) विद्रोह का नेतृत्व किया था, तब शिवसेना के 39 विधायक उनके साथ थे. आज, पार्टी के पास 57 विधायक हैं और उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने इस बात पर अपनी मुहर लगा दी है कि असली शिवसेना कौन है.
बता दें कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद शाम को जब शिंदे ठाणे स्थित शिवसेना के मुख्यालय आनंद आश्रम पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया. आनंद आश्रम का नाम उनके गुरु आनंद दिघे के नाम पर रखा गया है. सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता वहां जमा हो गए और तख्तियां लेकर उनकी प्रशंसा में नारे लगाने लगे. उन्होंने दिघे और शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की प्रशंसा में भी नारे लगाए.