महायुति की भारी जीत से महाराष्ट्र की जनता में नहीं दिखा उत्साह : शरद पवार
शरद पवार ने कहा कि एमवीए यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि सरकार लड़की बहन योजना के तहत महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाने सहित अपने सभी चुनाव पूर्व वादों को पूरा करे
Sharad Pawar Mantra To MVA: एनसीपी (शरद पवार) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा नीत महायुति गठबंधन की भारी जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए बड़ा दावा किया है। पवार का दावा है कि महायुती की इतनी बड़ी जीत के बावजूद महाराष्ट्र के लोगों में उत्साह या खुशी के कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिखे।
क्या मायने हैं पवार के बयान के
पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान शरद पवार ने कहा कि चुनावी झटके के बावजूद विपक्ष को हतोत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, "यह समय जनता के पास जाने और उनकी समस्याओं को उठाने का है। विपक्ष का महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन सरकार से उसके चुनाव पूर्व वादों को पूरा करवाने की दिशा में काम करेगा।"
उन्होंने विशेष रूप से "लड़की बहन योजना" का जिक्र किया, जिसके तहत महिलाओं को वित्तीय सहायता बढ़ाने का वादा किया गया था। पवार ने कहा, "महायुति को मिले भारी जनादेश के बावजूद, लोग अपेक्षाओं से बंधे हैं। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके वादे पूरे हों।"
सपा के बयान पर प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रमुख अबू आसिम आज़मी द्वारा MVA गठबंधन से बाहर निकलने की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने कहा कि सपा का केंद्रीय नेतृत्व विपक्षी एकता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। आज़मी ने शिवसेना के बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़े मुद्दों पर विवादित टिप्पणी करते हुए गठबंधन से असहमति जताई थी।
पवार ने कहा, "केंद्र में सपा का नेतृत्व विपक्षी गठबंधन के महत्व को समझता है। यह मुद्दा जल्द ही सुलझ जाएगा।"
नेता प्रतिपक्ष पर सवाल
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर पवार ने कहा कि MVA दल इस बात पर जोर नहीं दे सकते कि उन्हें यह पद मिले, क्योंकि उनके पास पर्याप्त संख्या नहीं है। उन्होंने कहा, "विपक्ष को एकजुट रहकर मुद्दों पर काम करना चाहिए, बजाय इसके कि पदों को लेकर बहस हो।"
एनसीपी की स्थिति
एनसीपी (शरद पवार) को इस बार चुनाव में बड़ा नुकसान हुआ, और पार्टी केवल 10 सीटें ही जीत सकी। हालांकि, पवार ने इसे चुनावी राजनीति का हिस्सा बताते हुए कहा कि हार के बावजूद जनता के बीच पार्टी की साख मजबूत बनी हुई है।
MVA को निराशा से उबारने के लिए दिया पवार ने बयान
पवार के इस बयान पर राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी यह टिप्पणी विपक्ष को नई ऊर्जा देने का एक प्रयास है। साथ ही विपक्ष को इस बात के लिए प्रेरित करना भी है कि वो जनता से सीधा संपर्क जरुर स्थापित करना है।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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