महाराष्ट्र के सोलापुर में आज फिर से मतदान! बैलेट पेपर से डाले जाएंगे वोट, जानें वजह
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महाराष्ट्र के सोलापुर में आज फिर से मतदान! बैलेट पेपर से डाले जाएंगे वोट, जानें वजह

मार्कडवाडी सोलापुर के मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. यहां एनसीपी (एसपी) के उत्तमराव जानकर ने भाजपा के पूर्व विधायक राम सतपुते को हराया था.


Maharashtra Solapur Voting: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव समाप्त हो चुका है और चुनाव के नतीजे भी घोषित हो चुके है. इसमें बीजेपी नीत महायुति गठबंधन ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है. अब जबकि, महाराष्ट्र में नये मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कवायद चल रही है. इसी बीच राज्य के एक गांव ने फिर से मतदान करने का फैसला लिया है. वह भी बैलेट पेपर से. गांव वालों का कहना है कि बैलेट पेपर से वोटिंग करके चुनाव आयोग को यह बताना चाहते हैं कि उनके द्वारा घोषित किया गया डाटा गलत है.

महाराष्ट्र के सोलापुर में मार्कडवाडी में आज (मंगलवार) को फिर से वोटिंग होगी. हालांकि, यह केवल अनौपचारिक होगा. यह मतदान बस चुनाव आयोग के आंकड़ों को चुनौती देने के लिए किया जा रहा है. बता दें कि इस इलाके में अधिकतर मतदाता महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के हैं.

मार्कडवाडी सोलापुर के मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. यहां एनसीपी (एसपी) के उत्तमराव जानकर ने भाजपा के पूर्व विधायक राम सतपुते को हराया था. हालांकि, एमवीए के जानकर जीत गए हैं. लेकिन गांव के उनके समर्थकों ने चुनाव आयोग द्वारा जारी ईवीएम मतगणना के आंकड़ों पर आपत्ति जताई है. क्योंकि आंकड़ों में दिखाया गया था कि बीजेपी उम्मीदवार को बढ़त मिली थी. इसलिए आज फिर से वोटिंग होने जा रही है.

हालांकि, मतदान से एक दिन पहले सोलापुर प्रशासन ने कुछ ग्रामीणों को "पुनर्मिलन" से दूर रहने के लिए नोटिस जारी किया. क्योंकि इससे क्षेत्र में तनाव पैदा हो सकता है. सोमवार को वहां पुलिस बल तैनात किया गया था. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए एहतियात के तौर पर नोटिस जारी किए हैं. प्रशासन ग्रामीणों से बात कर रहा है, ताकि उन्हें कानून और व्यवस्था की स्थिति पैदा करने वाले किसी भी कदम से बचने के लिए राजी किया जा सके.

वहीं, गांव वालों का कहना है कि हमारे गांव में 2,000 से ज़्यादा योग्य मतदाता हैं, जिनमें से लगभग 1,900 ने 20 नवंबर को मतदान किया था. हमारे गांव ने हमेशा जानकर और मोहिते पाटिल परिवार का समर्थन किया है. लेकिन इस चुनाव में जानकर को 843 वोट मिले. जबकि हमारे गांव से सतपुते को 1,003 वोट मिले. हम चुनाव आयोग के इस डाटा पर विश्वास नहीं करते. इसलिए, हमने वोटों के वितरण का सबूत पाने के लिए 3 दिसंबर को बैलेट पेपर पर मतदान का आयोजन किया है.

एमवीए समर्थकों का कहना है कि उन्होंने वास्तविक चुनाव में मालशिरस सीट पर चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों के नाम और तस्वीरों के साथ बैलेट पेपर की छपाई के लिए क्राउडफंडिंग की है. उन्होंने सभी ग्रामीणों से बैलेट पेपर के ज़रिए "अपना वोट डालने" का आह्वान करते हुए बैनर लगाए हैं. एक अन्य निवासी ने कहा कि हम पूरी प्रक्रिया का पालन करने का इरादा रखते हैं और हमने सभी ग्रामीणों से इसमें भाग लेने की अपील की है. प्रक्रिया की निगरानी के लिए कुछ सरकारी अधिकारियों को नियुक्त करने के लिए तहसीलदार से उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया है.

मालशिरस सीट के रिटर्निंग ऑफिसर का कहना है कि मतदान और मतगणना की प्रक्रिया 23 नवंबर को समाप्त हो गई, जब नतीजे घोषित किए गए. मार्कडवाडी के सभी 3 बूथों में प्रक्रिया पारदर्शी थी और डाटा में कोई विसंगति नहीं थी. वहीं, गांव के भाजपा समर्थकों ने घोषणा की है कि वे मतदान में भाग नहीं लेंगे. उनका कहना है कि बैलेट पेपर से मतदान करने का फैसला कुछ लोगों ने गांव के बाकी लोगों को विश्वास में लिए बिना लिया. राज्य चुनाव खत्म हो चुका है और इस प्रक्रिया को फिर से करने की कोई जरूरत नहीं है. हम इसका बहिष्कार करेंगे.

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