
नक्सल नेटवर्क को बड़ा झटका! हिडमा के बाद गणेश उइके एनकाउंटर में ढेर
Naxal operations: भारत अब नक्सलवाद के दौर से निर्णायक रूप से बाहर निकलता दिख रहा है।सुरक्षाबलों की लगातार और सटीक कार्रवाई से एक-एक कर नक्सली सरगना खत्म किए जा रहे हैं।
Naxal encounter: भारत धीरे-धीरे नक्सलवाद के अंधेरे से बाहर निकल रहा है. सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से नक्सली नेटवर्क कमजोर पड़ता जा रहा है। इसी कड़ी में ओडिशा के कंधमाल जिले से एक बड़ी सफलता सामने आई है, जहां सुरक्षाबलों ने टॉप नक्सली नेता समेत चार नक्सलियों को ढेर कर नक्सलवाद के खिलाफ एक और मजबूत कदम उठाया है. इस टॉप कमांडर का नाम गणेश उइके था और उस पर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का इनाम घोषित था.
पुलिस के अनुसार, गणेश उइके नक्सली संगठन की केंद्रीय समिति का सदस्य था और ओडिशा में नक्सल गतिविधियों का मुख्य सरगना माना जाता था। वह लंबे समय से फरार चल रहा था। सरकार ने उस पर 1.1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
जंगल में चला सर्च ऑपरेशन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य में नक्सल विरोधी अभियानों का नेतृत्व कर रही एक पुलिस टीम को जंगल में चार नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इस जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में चारों नक्सली मारे गए।
मारे गए नक्सलियों की पहचान
जानकारी के मुताबिक, मारे गए नक्सलियों में टॉप नक्सली गणेश उइके भी शामिल है। बाकी तीन नक्सलियों में दो महिलाएं भी थीं, लेकिन उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई को ओडिशा में नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।

