बाढ़ में डूबा पूर्वोत्तर, खड़गे ने पूछा कहां है मोदी का PM CARES?
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भारतीय सेना और असम राइफल्स के जवान बाढ़ राहत अभियान चला रहे हैं। सेना ने नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर त्रिपुरा, दक्षिणी असम और मणिपुर के जिरीबाम में राहत कार्य चलाए और 100 से अधिक नागरिकों को बाढ़ग्रस्त इलाकों से बचाया। | पीटीआई

बाढ़ में डूबा पूर्वोत्तर, खड़गे ने पूछा कहां है मोदी का 'PM CARES'?

पूर्वोत्तर में भीषण बाढ़ पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि असम को डबल इंजन सरकार ने धोखा दिया।


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश और विनाशकारी बाढ़ को लेकर मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे पीएम केयर्स फंड का "बाढ़ द्वार" खोलें, जहां खड़गे के मुताबिक "बिना किसी सार्वजनिक ऑडिट के करोड़ों रुपये पड़े हैं"।

'असम को बाढ़ मुक्त बनाने का वादा धोखा निकला'

खड़गे ने असम का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2016 में राज्य को बाढ़ मुक्त बनाने का वादा किया था, लेकिन आज "डबल इंजन सरकारें असम को धोखा दे चुकी हैं"। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में कहा कि पूर्वोत्तर के कई राज्य असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम और मेघालय भीषण बाढ़, भूस्खलन और भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित हैं। इन राज्यों में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राहत में जुटने का आह्वान

खड़गे ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करें। उन्होंने याद दिलाया कि:"2016 में भाजपा ने 'बाढ़ मुक्त असम' का वादा किया था। 2022 में गृहमंत्री अमित शाह ने इस वादे को दोहराया। लेकिन आज गुवाहाटी की स्थिति देखकर लगता है कि मोदी जी और उनकी डबल इंजन सरकार ने असम से सिर्फ वादाखिलाफी की है।"

पीएम केयर्स फंड पर सवाल

कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "शायद मोदी जी पीएम केयर्स फंड का बाढ़ द्वार खोल दें, जिसमें करोड़ों रुपये बिना किसी सार्वजनिक ऑडिट के पड़े हुए हैं।"

'डाइवर्जन और ध्रुवीकरण' की राजनीति

खड़गे ने भाजपा की राजनीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा,"विकास के बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटकाना, लोगों को भावनात्मक और ध्रुवीकरण वाले विषयों में उलझाना ही भाजपा की राजनीति की पहचान रही है।"

पूर्वोत्तर में बाढ़ की भयावह स्थिति

असम, मेघालय, मणिपुर, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है। अकेले असम में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से अधिक जिलों में चार लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।राज्य की सात बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, और निम्न इलाकों व नदी किनारे रहने वालों के लिए खतरा और बढ़ गया है।

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