क्या नीतीश-नायडू क्या BJP, वक्फ-मुर्शिदाबाद मुद्दे पर ममता ने साधा निशाना
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पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वक्फ के नाम पर बीजेपी खेल खेल रही है। वहीं नीतीश कुमार- चंद्रबाबू नायडू की चुप्पी पर भी निशाना साधा।

क्या नीतीश-नायडू क्या BJP, वक्फ-मुर्शिदाबाद मुद्दे पर ममता ने साधा निशाना

मुर्शिदाबाद हिंसा के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी को जिम्मेदार बताया। इसके साथ ही वक्फ कानून के मुद्दे पर नीतीश कुमार-चंद्रबाबू नायडू को भी घेरा।


वक्फ कानून पर हाल ही में पश्चिम बंगाल का मुर्शिदाबाद धधक उठा था। हिंसा में हिंदू समाज के तीन लोगों की जान चली गई। कोलकाता हाइकोर्ट को ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ तल्ख टिप्पणी करनी पड़ी। हिंसा के पीछे विदेशी साजिश का भी हाथ बताया जा रहा है। बीजेपी, इस मुद्दे को जोरशोर से उठा रही है। वहीं ममता बनर्जी ने बीजेपी पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि केंद्र में तो आप की सरकार है पहले से पता क्यों नहीं चला। हकीकत यह है कि बीजेपी ने बाहरी लोगों को बुलाकर हिंसा कराई। लेकिन जब तक वो रहेंगी हिंदू मुस्लिम नहीं होने देंगी।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में वक्फ कानून को लेकर एक बड़ा इमाम सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें राज्य भर से मुस्लिम समुदाय के प्रभावशाली लोग शामिल हुए। इस अवसर पर ममता ने केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन कानून की तीखी आलोचना की और साथ ही चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार पर बीजेपी का समर्थन करने को लेकर जमकर हमला बोला।

"राज्य में संशोधित वक्फ कानून लागू नहीं होगा"

ममता बनर्जी ने पहले ही मुर्शिदाबाद में हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान यह घोषणा कर दी थी कि वे संशोधित वक्फ कानून को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं करेंगी। उन्होंने केंद्र सरकार से इस कानून में संशोधन की प्रक्रिया को दोबारा विचार करने की मांग की।अब इस इमाम सम्मेलन में उन्होंने न सिर्फ नायडू-नीतीश के रवैये की आलोचना की, बल्कि वक्फ संशोधन कानून को लाने के तरीके को भी संवैधानिक प्रक्रिया के विरुद्ध बताया।

"सत्ता के लिए बलि चढ़ा सकते हैं"

ममता बनर्जी ने चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए कहा,"चंद्रबाबू नायडू चुप हैं, नीतीश बाबू चुप हैं। आप उन्हें वोट देते हैं, लेकिन वे सत्ता के लिए आपकी बलि चढ़ा सकते हैं। नीतीश को वोट देकर भी आप क्या पाए? सिर्फ थोड़ी सी पावर!"उन्होंने आगे कहा, "हम आपको ताकत देने के लिए दिल भी दे सकते हैं, खून भी दे सकते हैं, लेकिन आपने (नायडू-नीतीश) किया क्या?"

वक्फ संशोधन पर उठाए गंभीर सवाल

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल किया कि जब केंद्र को वक्फ कानून में बदलाव करना था, तो उसने सिर्फ साधारण बहुमत से यह संशोधन क्यों किया?"अगर वाकई वक्फ बोर्ड को बदलना था, तो आपने 2/3 बहुमत से संवैधानिक संशोधन क्यों नहीं किया?"ममता का मानना है कि यह संशोधन पूरी तरह से संवैधानिक संशोधन की प्रक्रिया के तहत होना चाहिए था, न कि एक सामान्य विधेयक के माध्यम से। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने यह रास्ता इसलिए चुना क्योंकि उनके पास खुद का पूर्ण बहुमत भी नहीं है।

क्यों निशाने पर हैं नायडू और नीतीश?

ममता बनर्जी की आलोचना की खास वजह है कि लोकसभा चुनाव में बहुमत न मिलने के बावजूद बीजेपी केंद्र में सरकार बना सकी और यह मुमकिन हुआ नायडू और नीतीश कुमार के समर्थन से।उन्होंने यह भी कहा कि नायडू और नीतीश की पार्टियों को मुस्लिम समुदाय का बड़ा समर्थन मिलता है, उनके दलों में मुस्लिम विधायक भी हैं। बावजूद इसके, ये नेता ऐसे विवादित कानूनों का समर्थन करके अपने ही वोट बैंक को नजरअंदाज कर रहे हैं।

INDIA गठबंधन से ‘एकजुट लड़ाई’ की अपील

सम्मेलन में ममता बनर्जी ने INDIA गठबंधन से अपील की कि वे एकजुट होकर इस मुद्दे पर लड़ाई लड़ें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संविधान और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए गठबंधन दलों को सक्रिय और स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए।

'हम आसान टारगेट नहीं हैं, हम हार्ड टारगेट हैं'

ममता ने इमाम सम्मेलन को केंद्र सरकार और उसके सहयोगियों को राजनीतिक संदेश देने के लिए मंच की तरह इस्तेमाल किया और एक बार फिर खुद को मुस्लिम समुदाय के हक की आवाज के रूप में पेश किया।

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