
अपराध से पहले मुस्कान ने खरीदी थी एंटी डिप्रेसन मेडिसिन, मेरठ पुलिस का दावा
मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड में हर एक दिन नई जानकारी सामने आ रही है।पुलिस के मुताबिक मुस्कान ने अपराध को अंजाम देने से पहले एंटी डिप्रेशन की दवा खरीदी थी
Muskan Rastogi News: मेरठ में हुए एक हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है कि पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची थी। आरोप है कि मुस्कान ने एक डॉक्टर से दवा लिखवाकर उसके पर्चे में छेड़छाड़ की और फिर हत्या से कुछ दिन पहले एंटी-डिप्रेशन और नींद की गोलियां खरीदीं।
क्रूर हत्या की साजिश
पूर्व मर्चेंट नेवी अधिकारी सौरभ राजपूत की 4 मार्च को हत्या कर दी गई थी। आरोप है कि मुस्कान (27) और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने मिलकर पहले सौरभ के दिल में चाकू घोंपा, फिर उसके शरीर के टुकड़े कर ड्रम में छिपा दिया।
नकली पर्चे से खरीदी दवाएं
मेरठ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम के मुताबिक, मुस्कान ने एक स्थानीय डॉक्टर से एंग्जायटी (चिंता) की दवाएं लिखने को कहा। डॉक्टर ने उसे कुछ दवाएं लिखकर दीं। बाद में, मुस्कान ने इन दवाओं के बारे में ऑनलाइन जानकारी जुटाई और एक खाली पर्चे पर खुद ही कुछ दवाओं के नाम लिखकर मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीद लीं।
पहले भी पति को बेहोश करने की कोशिश
पुलिस का कहना है कि मुस्कान ने इससे पहले 25 फरवरी को अपने पति के जन्मदिन पर उसे नशीली दवा देने की कोशिश की थी, लेकिन सौरभ ने उस दिन वह ड्रिंक नहीं पी।
मेडिकल स्टोर से खरीदी गई थीं दवाएं
23 मार्च (रविवार) को यूपी सरकार के अधिकारियों ने मेरठ के एक मेडिकल स्टोर से पुष्टि की कि मुस्कान ने 1 मार्च को तीन तरह की दवाएं खरीदी थीं, जिनमें नींद की गोलियां और एंटी-एंग्जायटी दवाएं शामिल थीं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या इन दवाओं का इस्तेमाल सौरभ को बेहोश करने के लिए किया गया था।
मेरठ के ड्रग इंस्पेक्टर पियूष शर्मा ने बताया कि फिलहाल किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि मुस्कान इस मेडिकल स्टोर से पहले भी दवाएं खरीदती थी और अब यह जांच की जा रही है कि उसने जो दवाएं खरीदीं, वे NRx कैटेगरी में आती थीं या नहीं (जो केवल डॉक्टर के पर्चे पर दी जाती हैं)।
मामले की त्वरित सुनवाई होगी
18 मार्च को हत्या का खुलासा हुआ, जिसके बाद मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया।22 मार्च (शनिवार) को यूपी पुलिस ने घोषणा की कि इस मामले की त्वरित सुनवाई (फास्ट ट्रैक) की जाएगी क्योंकि अपराध बेहद निर्मम और जघन्य था।मेरठ जोन के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DIG) कलानिधि नैथानी ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि मामले की गहन जांच की जाए, जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल की जाए और अभियोजन पक्ष को मजबूत बनाकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।