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500 रुपये के स्टांप पेपर पर ठेके में दे दिया अपना पद, MP में महिला सरपंच का कारनामा
महिला सरपंच ने गांव के एक ठेकेदार को अपने अधिकार और कर्तव्यों को ट्रांसफर करने के लिए 500 रुपये के स्टांप पेपर के कांट्रेक्ट पर साइन किया था.
MP woman Sarpanch: भारत में भी कभी-कभार अजीबोगरीब घटनाएं देखने और सुनने को मिल जाती हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के नीमच जिले में सामने आया है. हुआ यूं कि जिले की ग्राम पंचायत दांता की सरपंच कैलाशी बाई कच्छावा ने कुछ दिन पहले 500 रुपये के स्टांप पर ठेकेदार सुरेश गरासिया को सरपंची सौंप दी थी. जब यह मामला सुर्खियों में आया तो बवाल मच गया. हालांकि, अब सरपंची सौंपने वाली महिला को पद से हटा दिया गया है.
जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के अनुसार, महिला सरपंच ने गांव के एक ठेकेदार को अपने अधिकार और कर्तव्यों को ट्रांसफर करने के लिए 500 रुपये के स्टांप पेपर के कांट्रेक्ट पर साइन किया था. शिकायत मिलने के बाद जांच का आदेश दिया गया और सरपंच को पिछले सप्ताह पंचायती राज अधिनियम की धारा 40 के तहत नोटिस दिया गया, जिसमें उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया. हालांकि, सरपंच ने इन आरोपों से इनकार किया. लेकिन जांच में यह पाया गया कि उन्होंने समझौते में इस्तेमाल किए गए स्टांप पेपर को ऑनलाइन खरीदा था और उन्होंने वाकई में ऐसे एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किया था. समझौते में शामिल गवाहों के बयान भी दर्ज किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि जांच में आरोप सही पाये जाने पर कच्छावा को ग्राम पंचायत के सरपंच के पद से हटा दिया गया. 24 जनवरी को किए गए समझौते के अनुसार, सरपंच ने अपने अधिकार और कर्तव्यों को गरसिया को सौंपने की सहमति दी थी. जो दाता गांव के ही निवासी हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस समझौते में कहा गया है कि गरसिया सभी सरपंच के कर्तव्यों को निभाएंगे, साथ ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और जलसंसाधन मिशन जैसे कार्यों का भी संचालन करेंगे और यह कांट्रेक्ट कच्छावा के कार्यकाल के अंत तक जारी रहेगा. समझौते में यह भी कहा गया है कि वह खुद हस्ताक्षर नहीं करेंगी और गरसिया द्वारा निर्देशित दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करेंगी. दस्तावेज़ में दो गवाहों के हस्ताक्षर भी हैं और यह कहा गया है कि जो व्यक्ति समझौते का उल्लंघन करेगा, उसे एक निश्चित राशि जुर्माना के रूप में चुकानी पड़ेगी. (इस अनुबंध में राशि का उल्लेख नहीं किया गया है).