फुटपाथ अतिक्रमण और भीड़ बनी जानलेवा, BEST बस हादसे ने उठाए सवाल
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फुटपाथ अतिक्रमण और भीड़ बनी जानलेवा, BEST बस हादसे ने उठाए सवाल

मुंबई में भांडुप स्टेशन के बाहर रिवर्स करती BEST इलेक्ट्रिक बस से चार लोगों की मौत हो गई। नौ घायल हैं, ड्राइवर हिरासत में है। सीएम ने ₹5 लाख मुआवज़े का ऐलान किया।


Bhandup Bus Accident: मुंबई के उपनगरीय इलाके भांडुप (पश्चिम) में सोमवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य घायल हो गए। यह हादसा रात करीब 10 बजे स्टेशन रोड पर उस समय हुआ, जब बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (BEST) की एक बस अपने रूट के टर्मिनल पॉइंट पर रिवर्स की जा रही थी।

पुलिस के अनुसार, रिवर्स करती बस ने सड़क पर चल रहे पैदल यात्रियों को अपनी चपेट में ले लिया। घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे के बाद बस चालक को हिरासत में ले लिया गया है और इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

BEST की जनसंपर्क अधिकारी सुचेता उताले ने बताया कि दुर्घटना भांडुप (पश्चिम) रेलवे स्टेशन के बाहर रात करीब 10.05 बजे हुई। घटना के समय बस को संतोष रमेश सावंत (52) चला रहे थे, जो BEST के स्टाफ ड्राइवर हैं, जबकि भगवान भाऊ घरे (47) कंडक्टर के रूप में ड्यूटी पर थे। एक वरिष्ठ नागरिक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह हादसा उस समय हुआ, जब ड्राइवर बस को रिवर्स कर रहा था।

वेट-लीज पर ली गई थी मिडी बस

हादसे में शामिल बस ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक से वेट-लीज पर ली गई एक मिडी बस थी। अधिकारियों के अनुसार, BEST द्वारा अपनाए गए वेट-लीज मॉडल के तहत ईंधन, ड्राइवर और रखरखाव की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है। इस साल की शुरुआत में, BEST ने पूर्वी उपनगरों के कुछ अत्यधिक भीड़भाड़ वाले रूटों से मिनी बसों को हटा दिया था। इन रूटों पर झुग्गी-बस्ती वाले इलाके आते हैं, जो भांडुप स्टेशन को संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान की तलहटी से जोड़ते हैं।

भांडुप रेलवे स्टेशन के बाहर का इलाका पूरे दिन अत्यधिक भीड़भाड़ वाला रहता है। कम कीमतों पर सब्जियों की उपलब्धता के कारण यहां बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं, जिससे हालात और जटिल हो जाते हैं। अधिकारियों ने बताया कि अपर्याप्त टर्निंग रेडियस जैसी परिचालन चुनौतियों के बावजूद, बसों की भारी कमी के चलते BEST ने इन रूटों पर ओलेक्ट्रा-निर्मित मिडी बसें शुरू की थीं।

चश्मदीदों ने उठाए गंभीर सवाल

हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने प्रशासन और यातायात व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। एक चश्मदीद ने बताया कि फुटपाथों पर फेरीवालों के अतिक्रमण के कारण पैदल यात्रियों को सड़क पर चलना पड़ता है, जिससे ऐसे हादसों का खतरा बढ़ जाता है। PTI से बात करते हुए फार्मासिस्ट सैमिनी मुदलियार ने कहा कि शाम के समय भारी भीड़ और अतिक्रमण के कारण स्टेशन के बाहर बसों को यू-टर्न लेने में काफी दिक्कत होती है।

चश्मदीदों के मुताबिक, बस रुकने के कुछ ही देर बाद लोग खड़ी गाड़ी को उठाने और धकेलने लगे, जिससे यह साफ हो गया कि कई लोग बस के नीचे फंसे हुए थे। उन्होंने यह भी बताया कि यह BEST की इलेक्ट्रिक बस से जुड़ा दूसरा बड़ा हादसा है। पिछले साल कुर्ला में इसी तरह की घटना में नौ लोगों की जान चली गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने इस पूरे मामले की गहन जांच की मांग की है और यह भी आग्रह किया है कि पुलिस यह जांच करे कि क्या ड्राइवर शराब के नशे में था।

मुआवज़े का ऐलान, राजनीतिक प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। X पर एक पोस्ट में उन्होंने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों के कानूनी वारिसों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।

वहीं, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा सांसद वर्षा गायकवाड़ ने हादसे की व्यापक जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद है। खराब बसें, अपर्याप्त प्रशिक्षित ड्राइवर और BEST में निवेश करने को तैयार न रहने वाला प्रशासन हर दिन लोगों की जान जोखिम में डाल रहा है। इस घटना की पूरी जांच होनी चाहिए।”

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