‘यह कॉलेज धर्मशाला नहीं’, प्रिंसिपल के अपमान के बाद छात्र ने की आत्मदाह
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‘यह कॉलेज धर्मशाला नहीं’, प्रिंसिपल के अपमान के बाद छात्र ने की आत्मदाह

यूपी के मुज़फ्फरनगर में DAV कॉलेज के छात्र उज्जवल राणा ने फीस न जमा होने पर परीक्षा से रोके जाने और अपमानित किए जाने के बाद खुद को आग लगा ली, इलाज के दौरान मौत हो गई।


उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर ज़िले के बुढ़ाना में DAV पीजी कॉलेज के बीए द्वितीय वर्ष के छात्र उज्जवल राणा (20) की रविवार को मौत हो गई। उसने शनिवार को कथित रूप से खुद को आग लगा ली थी, क्योंकि कॉलेज प्रशासन ने फीस बाकी रहने के कारण उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी थी और कथित तौर पर उसके साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया था।

‘फीस नहीं दी, इसलिए अपमानित किया गया’

सूत्रों के मुताबिक, उज्जवल राणा ने गुरुवार को एक वीडियो रिकॉर्ड किया था जिसमें उसने कॉलेज के प्रिंसिपल और तीन पुलिसकर्मियों पर मारपीट और अपमान करने का आरोप लगाया था।उज्जवल की बहन सलोनी की शिकायत पर बुढ़ाना पुलिस ने कॉलेज प्रिंसिपल के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन छात्र की मौत के बाद अब इस केस में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा भी जोड़ दी गई है।

आग लगाकर आत्मदाह, छात्रों ने बुझाई लपटें

यह घटना शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे की है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में उज्जवल को आग की लपटों में घिरा देखा गया, जबकि अन्य छात्र उसे बचाने की कोशिश कर रहे थे। जब तक लपटें बुझाई जा सकीं, तब तक उज्जवल का शरीर गंभीर रूप से झुलस चुका था — उसके कपड़े जल चुके थे और त्वचा काली पड़ गई थी।

डॉक्टरों के अनुसार, उज्जवल को 75 प्रतिशत से अधिक जलन हुई थी। पहले उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, फिर मेरठ रेफर किया गया और हालत बिगड़ने पर दिल्ली भेजा गया, जहां रविवार को उसकी मौत हो गई।

परिवार और छात्रों का कॉलेज प्रशासन पर आरोप

घटना के बाद कॉलेज के बाहर छात्रों और परिवारजनों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि किसी शिक्षक या स्टाफ ने उज्जवल को बचाने की कोशिश नहीं की और वह आधे घंटे तक तड़पता रहा, तब जाकर पुलिस पहुंची और उसे अस्पताल ले जाया गया।

वीडियो में उज्जवल के गंभीर आरोप

गुरुवार को कॉलेज के बाहर बनाए गए वीडियो में उज्जवल ने कहा था कि उसने फीस का कुछ हिस्सा ₹1,700 जमा कर दिया था, लेकिन ₹7,000 बाकी था। उन्होंने मेरा परीक्षा फॉर्म नहीं लिया। प्रिंसिपल ने सबके सामने मुझे बेइज़्ज़त किया और कहा ‘यह कॉलेज कोई धर्मशाला नहीं है।’ उन्होंने मेरे बाल खींचे और मारा भी। जब मैंने उन छात्रों की बात की जो फीस नहीं दे पा रहे हैं, तो कॉलेज ने पुलिस बुला ली। पुलिसवालों ने भी मुझे गालियां दीं और धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। वीडियो में उसने यह भी कहा था कि अगर उसके साथ कुछ होता है तो इसके लिए प्रिंसिपल और तीन पुलिसकर्मी ज़िम्मेदार होंगे।

प्रिंसिपल ने दी सफाई — ‘फीस नहीं चुकाई’

वीडियो सामने आने के बाद शुक्रवार को कॉलेज प्रिंसिपल प्रदीप कुमार ने सफाई देते हुए कहा लड़के ने ₹1,750 ही जमा किए थे। अगर वह पूरी फीस नहीं दे सकता था तो सरकारी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकता था। हमने उसके पिता से कहा था कि वे कॉलेज आकर स्थिति स्पष्ट करें, तभी फॉर्म स्वीकार किया जाएगा।

परिवार की आर्थिक स्थिति साधारण

उज्जवल राणा बुढ़ाना के खाकरोबन गांव का निवासी था। उसके पिता हरेंद्र किसान हैं और लगभग 13 बीघा ज़मीन पर गन्ना खेती करते हैं। उसकी मां का निधन कुछ साल पहले हो गया था।

प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

शनिवार शाम मुज़फ्फरनगर के जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने कॉलेज का दौरा किया और मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए। पुलिस पर लगे आरोपों को लेकर एसपी वर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा मामले की जानकारी हमें है। पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच एसपीआरए मुज़फ्फरनगर कर रहे हैं। अगर जांच में किसी की संलिप्तता पाई गई, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

‘उकसाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी’

बुढ़ाना सर्किल अधिकारी गजेंद्र पाल सिंह ने बताया हमें शनिवार दोपहर 1 बजे शिकायत मिली। छात्र ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई थी। जिसने भी उसे ऐसा करने के लिए उकसाया, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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