लोकसभा चुनाव के नतीजों से MVA में उत्साह, कहा- साथ लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित महा विकास अघाड़ी ने साफ किया कि वे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे.
Maha Vikas Aghadi: महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में दरार की खबरों के बीच शिवसेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) और कांग्रेस के नेता शनिवार को मुंबई में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इसको शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट व एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार ने संबोधित किया. प्रेस कांफ्रेंस में हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में मिली सफलता से उत्साहित एमवीए ने घोषणा की कि वे आगामी विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे.
बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में एमवीए ने 48 में से 30 सीटें जीती थीं. जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति ने 17 सीट हासिल की. एमवीए सहयोगियों में कांग्रेस ने सबसे अधिक 13 सीटें जीतीं और उसे सांसद विशाल पाटिल का भी समर्थन मिला, जिन्होंने सांगली लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था.
वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अगले चार महीनों में होने हैं. ऐसे में एमवीए के तीनों दलों के शीर्ष नेतृत्व एशरद पवार, उद्धव ठाकरे, पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट ने साफ किया कि उनके बीच कोई 'बड़ा भाई' वाली बात नहीं है और वे हर विधानसभा सीट पर व्यक्तिगत रूप से चर्चा करके योग्यता के आधार पर सीट-बंटवारे का फॉर्मूला तय करेंगे.
ठाकरे ने की कि एमवीए गठबंधन की पार्टियां महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगी. हम छोटे दलों को भी चुनाव में साथ लेकर चलेंगे. भाजपा के इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कि एमवीए ने चुनावों के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ एक फर्जी कहानी पेश की थी, ठाकरे ने सवाल किया कि मोदी ने किस कहानी का इस्तेमाल किया? 'मंगलसूत्र छीनने' की कहानी के बारे में क्या? 'गाय ले जाने' की कहानी के बारे में क्या? क्या यह सही था?" ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग पार्टी छोड़कर चले गए हैं, उनका वापस स्वागत नहीं किया जाएगा.
चव्हाण ने कहा कि विधानसभा चुनावों पर हमारी प्रारंभिक चर्चा आज ही हो चुकी है. योग्यता के आधार पर सीट-बंटवारे का फॉर्मूला तय करने का निर्णय लिया गया है, जिसके लिए प्रत्येक सीट पर चर्चा होगी और उसके अनुसार निर्णय लिए जाएंगे. एमवीए गठबंधन में तीनों दल बराबर हैं. कोई बड़ा या छोटा भाई नहीं है.
पवार ने अपने भतीजे अजित पवार को अपनी पार्टी में वापस लेने की किसी भी संभावना से इनकार किया. जब उन्हें बताया गया कि आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने दावा किया है कि अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में शामिल करने के बाद भाजपा की ब्रांड वैल्यू कम हो गई है तो वरिष्ठ नेता ने टिप्पणी की कि उन्हें अपना अनुभव साझा करना चाहिए. एमवीए नेताओं ने लोकसभा चुनावों में समर्थन के लिए भारत और महाराष्ट्र के लोगों का आभार व्यक्त किया.