दिलचस्प है दिल्ली का दंगल, कोई नेता जीत के चौके से नहीं बढ़ सका आगे
देश के अलग राज्यों की तरह दिल्ली में लोकसभा की सभी सात सीटों पर चुनाव हो रहा है. यहां पर हम खास जानकारी बताएंगे जिससे आप अनजान होंगे.
Lok Sabha Election Delhi 2024: दिल्ली लोकसभा की सभी सात सीटों पर 25 मई 2024 को आम चुनाव होना है. इस दफा बीजेपी के सामने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन है. आम आदमी पार्टी के चार और कांग्रेस के तीन उम्मीदवार किस्मत आजमां रहे हैं. क्या इस दफा बीजेपी को सभी सात सीटों पर जीत मिलेगी या क्लीन स्वीप की उम्मीदों पर आप-कांग्रेस गठबंधन पानी फेर देगा. इन सबके बीच हम यहां बताएंगे कि यहां कोई भी नेता चार बार से ज्यादा चुनाव नहीं जीत सका. सिर्फ 6 नेता जीत का चौका मारने में कामयाब रहे. तीन नेता ऐसे रहे जो पांचवीं बार जीत दर्ज करने के लिए दो दो बार चुनावी लड़े. इसके साथ ही तीन नेता चौथी बार जीत हासिल करने के बाद चुनावी मैदान से बाहर हो गये.
ये नेता ही लगा सके जीत का चौका
चौधरी ब्रह्मप्रकाश, हरिकिशन लाल भगत, विजय कुमार मल्होत्रा, जगदीश टाइटलर और जय प्रकाश अग्रवाल चार बार चुनाव जीतने में कामयाब रहे. खास बात यह थी कि उन्होंने अलग अलग लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी. दिल्ली के पहले सीएम ब्रह्मप्रकाश ने तीन बार कांग्रेस व एक बार भारतीय लोकदल के टिकट पर जीत हासिल कर सबसे चार बार सांसद बनने का रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हुए. अंतिम बार 1977 में चौथी बार सांसद बने. करीब 12 साल बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता एचकेएल भगत इस क्लब में शामिल हुए. मदनलाल खुराना भगत से 10 साल बाद इस क्लब का हिस्सा बने, 2004 में मदनलाल खुराना के सहयोगी और बीजेपी के विजय कुमार मल्होत्रा और कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर एक साथ इस क्लब में शामिल हुए थे. बाद में इस क्लब का हिस्सा जय प्रकाश अग्रवाल बने.
इस समय जे पी अग्रवाल चुनावी मैदान में
ब्रह्मप्रकाश, एचकेएल भगत व जयप्रकाश अग्रवाल पांचवीं बार सांसद बनने के लिए चुनावी समर का हिस्सा बने. हालांकि हाथ नाकामी लगी. पांचवीं बार जीत हासिल करने का मौका ब्रह्मप्रकाश के पास 1980 और 1984 में था लेकिन जीत नहीं मिली. एचकेएल भगत भी 1991 और 1996 में लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन हार का सामना करना पड़ा. जयप्रकाश अग्रवाल भी 2014 और 2019 के चुनाव में हार गए. इस दफा चांदनी चौक क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर किस्मत आजमा रहे है. खास बात यह है कि 2024 के आम चुनाव में जितने भी उम्मीदवार हैं उनमें जे पी अग्रवाल सबसे बुजुर्ग हैं.