
असरदार रहा 'NO PUC NO Fuel' अभियान, 24 घंटे में 61 हजार वाहनों ने करायी जाँच
‘नो पीयूसी, नो फ्यूल’ सख्ती का असर, 24 घंटे में 61 हजार से ज्यादा पीयूसी बने, पेट्रोल पंपों पर औचक निरीक्षण, हजारों वाहनों पर कार्रवाई
NO PUC NO Fuel : दिल्ली में वायु प्रदूषण के गंभीर हालात को देखते हुए सरकार द्वारा लागू किए गए सख्त नियमों का असर अब साफ दिखने लगा है। गुरुवार से लागू ‘नो पीयूसी, नो फ्यूल’ अभियान और बीएस-6 से कम मानक वाले गैर-दिल्ली वाहनों की एंट्री पर रोक के बाद बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड संख्या में वाहन चालकों ने प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUCC) बनवाया है।
दिल्ली सरकार के पर्यावरण एवं वन विभाग द्वारा GRAP-IV के तहत जारी अधिसूचना के बाद, दिल्ली की सीमाओं पर सख़्त जाँच अभियान चलाया जा रहा है।
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) December 18, 2025
इस दौरान पहले ही दिन बॉर्डर पॉइंट्स पर लगभग 5,000 वाहनों की जाँच की गई, जिनमें से 568 वाहनों को वापस भेजा गया, जो BS-VI मानकों का पालन नहीं कर…
24 घंटे में 61 हजार से ज्यादा PUC प्रमाणपत्र
परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 17 दिसंबर को दिल्ली में 29,938 पीयूसीसी जारी किए गए। 18 दिसंबर को शाम 5:20 बजे तक 31,974 नए प्रमाणपत्र बने। इस तरह सिर्फ एक दिन में पीयूसीसी की संख्या 61 हजार के पार पहुंच गई। अधिकारियों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल भरवाने से पहले पीयूसीसी अनिवार्य होने के कारण आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है।
पर्यावरण मंत्री का औचक निरीक्षण
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर, जनपथ समेत कई पेट्रोल पंपों पर अचानक पहुंचकर ‘नो पीयूसी, नो फ्यूल’ नियम के पालन की स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने पंप कर्मचारियों और संचालकों से बातचीत की और निर्देश दिए कि नियमों का पालन शांत, विनम्र और सख्ती के साथ किया जाए।
साइनबोर्ड, घोषणाएं और कतार व्यवस्था पर जोर
मंत्री ने पेट्रोल पंपों पर स्पष्ट साइनबोर्ड लगाने, लाउडस्पीकर से घोषणाएं करने और वाहनों की बेहतर कतार व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को नियमों की जानकारी मिले और किसी तरह की अफरा-तफरी न हो।
डिजिटल समाधान पर सरकार का फोकस
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि सरकार कार-पूलिंग ऐप विकसित करने, ग्रीन दिल्ली ऐप को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित फीचर्स से अपग्रेड करने पर काम कर रही है, जिससे प्रदूषण से जुड़ी शिकायतों का तेजी से समाधान हो सके और जनभागीदारी बढ़े।
वर्क फ्रॉम होम नियमों की अनदेखी पर चेतावनी
मंत्री ने यह भी कहा कि GRAP-4 के तहत निर्देशों के बावजूद कुछ निजी कार्यालय अभी भी कम से कम 50% कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने साफ किया कि नियमों का पालन न करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
GRAP-4 के तहत सघन जांच अभियान
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के आदेशों के तहत दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण लागू है। इसके तहत दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने संयुक्त रूप से सघन जांच अभियान चलाया।
210 प्रवर्तन टीमें मैदान में
संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक कुल 210 प्रवर्तन टीमें तैनात की गईं। इनमें 126 टीमें दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की और 84 टीमें दिल्ली परिवहन विभाग की थीं।
PUC न होने पर हजारों चालान
अभियान के दौरान बिना वैध पीयूसीसी के चल रहे वाहनों पर कड़ी कार्रवाई हुई।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 2,743 चालान
परिवहन विभाग ने 316 चालान
ANPR तकनीक से 687 चालान
इस तरह बिना PUC वाले वाहनों पर कुल 3,746 चालान किए गए।
GRAP उल्लंघन पर भी कार्रवाई
GRAP नियमों के उल्लंघन के मामलों में ट्रैफिक पुलिस ने 363 चालान किये। परिवहन विभाग ने 34 चालान किए। इस श्रेणी में कुल 397 चालान दर्ज हुए।
बॉर्डर प्वाइंट्स पर सख्ती
पहले ही दिन बॉर्डर प्वाइंट्स पर करीब 5,000 वाहनों की जांच की गई। नियम तोड़ने वाले 568 वाहनों को वापस भेजा गया।
पिछले 24 घंटे में चार मोर्चों पर एक्शन
प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिल्ली में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई
2,300 किमी सड़कों की मशीन से सफाई
5,524 किमी क्षेत्र में मोबाइल एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल
132 अवैध कचरा डंपिंग साइट बंद
217 गैर-गंतव्य ट्रक डायवर्ट
लैंडफिल पर पुराने कचरे का निपटान
लैंडफिल साइट्स पर करीब 38,019 मीट्रिक टन पुराने कचरे का निपटान किया गया, ताकि धूल और जहरीली गैसों के उत्सर्जन को कम किया जा सके।
सरकार का साफ संदेश
दिल्ली सरकार और प्रशासन का साफ संदेश है कि प्रदूषण से निपटने के लिए नियमों में कोई ढील नहीं दी जाएगी। ‘नो पीयूसी, नो फ्यूल’ और GRAP-4 के तहत सख्ती आगे भी जारी रहेगी, ताकि राजधानी की हवा को साफ किया जा सके।

