RAus Study Circle incident: दिल्ली के प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर में हादसे का शिकार बने यूपीएससी परीक्षा की तयारी कर रहे छात्रों की मौत को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने डिविजनल कमिश्नर को इस घटना पर रिपोर्ट सौपने के निर्देश दिए हैं. उपराज्यपाल ने ये भी कहा है कि दिल्ली, जो देश की राजधानी है में इस तरह से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो जाना बेहद दुखद और अस्वीकारिय है. ये घटना संबंधित एजेंसियों द्वारा आपराधिक लापरवाही और बुनियादी रखरखाव में कमी की ओर इशारा करती है. जो कोई भी इसके लिए ज़िम्मेदार है, वो इसका परिणाम भुगतेगा.
कोचिंग सेंटर और मकान मालिकों की भूमिका की हो जाँच
उपराज्यपाल ने ये भी कहा कि कोचिंग संस्थानों और मकान मालिकों की भूमिका पर गौर किया जाना चाहिए. छात्र अपने घरों से दूर यहाँ रहकर भारी फीस और किराया देते हैं लेकिन इसके बावजूद भी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं है.
करंट की घटनाओ को लेकर भी जताई चिंता
वीके सक्सेना ने कहा कि वो सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी हैं. उपराज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि भारत की राजधानी में ऐसा होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है. एलजी ने कहा कि इस दुखद घटना को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता. ये छात्र अपने घरों से दूर भारी फीस और किराया देकर शिक्षा प्राप्त कर रहे थे लेकिन कोचिंग सेंटर इन्हें बुनियादी सुरक्षा मुहैया नहीं करवा पाए. कोचिंग सेंटरों की भूमिका पर गौर करना जरूरी है. उपराज्यपाल ने डिविजनल कमिश्नर से मंगलवार तक हर पहलू पर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
इस घटना को विभागों की विफलता बताया उपराज्यपाल ने
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा पिछले दिनों में राजधानी में जल भराव के कारण करंट लगने से सात लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जिन लोगों ने इन घटनाओं में अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं है. सक्सेना ने कहा कि ये घटनाएं स्पष्ट रूप से आपराधिक लापरवाही और संबंधित विभागों द्वारा बुनियादी रखरखाव एवं प्रबंधन में विफलता की ओर इशारा करती हैं. इन सब पर बारीकी से नजर रखी जा रहीं हैं, किसी को बक्शा नहीं जायेगा.
पिछले 10 सालों से दिल्ली में व्याप्त है कुशासन : उपराज्यपाल
उपराज्यपाल ने कहा कि शहर में बुनियादी ढांचे में कई तरह की विफलताएं पनपी हैं. जल निकासी तो मानों एक बहुत बड़ी समस्या बन गया है. इन समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास स्पष्ट रूप से विफल हो गए हैं. इन घटनाओं ने पिछले एक दशक से दिल्ली में व्याप्त कुशासन की दुर्दशा को दर्शाती है.