खराब भोजन बना मौत की वजह! लखनऊ में भेड़ों की मौत पर जांच के आदेश
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खराब भोजन बना मौत की वजह! लखनऊ में भेड़ों की मौत पर जांच के आदेश

लखनऊ में बड़ी संख्या में भेड़ों की मौत के बाद जाँच के आदेश दिए गए हैं।जाँच के लिए सैंपल लैब भेजे गए हैं।इस बीच एनिमल एक्टिविस्ट्स ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल के पास फेंके गए ख़राब खाने को लेकर सवाल उठाया है।भेड़ों ने ख़राब खाने को आहार बनाया था जिससे फ़ूड पॉयजनिंग की आशंका है।


Over 70 sheep die near Rashtra Prerna Sthal of suspected food poisoning : लखनऊ के दुबग्गा क्षेत्र में बने राष्ट्र प्रेरणा स्थल (Rashtra Prerna Sthal) के पास रहस्यमयी तरीके से भेड़ों की मौत का मामला सामने आया है।घैला इलाके में 70 से ज़्यादा से ज़्यादा भेड़ों की मौत के बाद जाँच के आदेश दिए गए हैं।हर भेड़ की मौत पर 10 हज़ार मुआवज़ा देने की घोषणा की गई है।राष्ट्र प्रेरणा स्थल का हाल ही में 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था।

पशुपालकों को दिया गया मुआवज़ा-

लखनऊ के राष्ट्र प्रेरणा स्थल के पास घैला पुल के पास भेड़ों की मौत से सनसनी फ़ैल गई।पशुपालकों और एनजीओ के अनुसार भेड़ों ने 25 दिसम्बर को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद पार्किंग क्षेत्र और आसपास फेंके गए बासी और सड़े हुए भोजन को खा लिया था जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई।इससे बड़ी संख्या में भेड़ों की मौत हो गई।पशुपालकों के अनुसार बड़ी संख्या में भेड़ें बीमार भी हैं जिनका इलाज चल रहा है।इधर मामला संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री ने जाँच के आदेश दे दिए हैं। वहीं प्रति भेड़ 10 हज़ार रुपए का मुआवज़ा देने की घोषणा भी की गई है।मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार ने आधिकारिक तौर पर 71 भेड़ों की मौत की पुष्टि की है।हालांकि पशुपालकों का कहना है कि भेड़ों की संख्या 100 से ज़्यादा है।

जाँच के लिए सैंपल भेजा गया-

इधर पुलिस ने कुछ भेड़ों का पोस्टमार्टम भी करवाया है।पोस्टमॉर्टम करने वाले पशु चिकित्सक डॉ राम प्रकाश सचान ने 'द फ़ेडरल देश’ को बताया कि चौकी इंचार्ज घैला ने इस बात की सूचना दी थी कि कुछ भेड़ें अचानक मृत पायी गई हैं और कुछ बीमार हैं।इसके बाद जिन भेड़ों को शव विच्छेदन के लिए लाया गया उनसे घास खाने की बात सामने आई है।अब उसे परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है।’’ पशुपालकों का कहना है कि भेड़ों ने इलाके में चरते हुए ज़हरीला पदार्थ खा लिया था।जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई।ज्यादातर पशुपालक फतेहपुर के हैं।कुछ दिन पहले लखनऊ में भेड़ें चराने आए थे और तब से यहीं हैं।

लखनऊ नगर निगम पर कार्यक्रम के बाद खुले में बासी खाना फेंकने का आरोप, फ़ूड पॉयजनिंग की आशंका-

घटना की शुरुआत रविवार रात से हुई जब फतेहपुर जिले से भेड़ें चराने आए चार चरवाहों प्रदीप कुमार, विजय पाल, अजय पाल और शिवरतन की भेड़ों की तबीयत अचानक खराब हो गई।चरवाहों ने पहले देसी उपचार आजमाया लेकिन काफ़ी देर बाद भेड़ों की हालत बिगड़ने पर सरकारी पशु चिकित्सा टीम को बुलाया गया।इसके बाद स्थानीय एनिमल एक्टिविस्ट भी सक्रिय हो गए।जानकारी के अनुसार भेड़ों की मौत का मुख्य कारण कार्यक्रम के बाद सफाई न होना और आस-पास फेंका गया बासी भोजन है।इसमें लखनऊ नगर निगम पर लापरवाही से खुले में बासी खाना और कचरा फेंकने का आरोप लगाया गया है। बाड़ी खाना खाने से भेड़ों को फूड पॉइजनिंग हुई। हालाँकि कुछ लोगों द्वारा जहरीले पदार्थ की आशंका भी जताई गई है लेकिन ज्यादातर भेड़ों ने बासी भोजन को ही आहार बनाया था।इसलिए इसे मुख्य वजह माना जा रहा है।पुलिस ने जांच के लिए सैंपल लैब भेज दिए हैं और रिपोर्ट का इंतज़ार है।

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