
चेन्नई के ‘पैरेट मैन’: 15 सालों से रोज़ाना हजारों तोतों को खिला रहे हैं खाना
सुरदर्शन का कहना है कि लगभग 15 सा पहले उन्होंने एक घायल तोते की मदद की थी, उसके बाद ए ही वो तोतों व अन्य पशु पक्षियों की सेवा करने लगे।
Parrot Man Of Chennai : तमिलनाडु के चेन्नई में रहने वाले सुदर्शन साह इंसानियत और जीव-जंतुओं के प्रति अपने लगाव के लिए मिसाल बन गए हैं। सुदर्शन, जिन्हें पैरेट मैन भी कहा जाता है, पिछले 15 सालों से रोज़ाना करीब 6000 तोतों को खाना खिला रहे हैं। उनकी इस निस्वार्थ सेवा ने न केवल चेन्नई में बल्कि पूरे देश में उन्हें पहचान दिलाई है।
सुदर्शन साह हर दिन अपनी छत पर इन पक्षियों के लिए 60 किलो चावल, 8-10 किलो मूंगफली और सीजनल फल रखते हैं। ये पक्षी सुबह और शाम, दो वक्त खाने के लिए उनकी छत पर आते हैं। जनवरी के महीने में यह संख्या 15,000 तक पहुंच जाती है। उनकी पत्नी भी इस नेक काम में उनका पूरा साथ देती हैं।
सुदर्शन का सफर और प्रेरणा
सुदर्शन ने इस काम की शुरुआत 15 साल पहले तब की, जब उन्होंने एक घायल तोते को बचाया था। इसके बाद से उन्होंने पक्षियों की मदद को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बना लिया। उन्होंने महसूस किया कि तेजी से बढ़ता शहरीकरण और इंसानी गतिविधियां पक्षियों के जीवन को प्रभावित कर रही हैं।
मशहूर हस्तियों और फिल्मों का आकर्षण
सुदर्शन का घर सिर्फ पक्षियों का अड्डा नहीं है, बल्कि कई सेलेब्रिटीज़ और फिल्ममेकर्स के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन चुका है। हाल ही में तमिल फिल्म Meiyazhagan की शूटिंग में उनके घर को दिखाया गया। सुदर्शन का यह कार्य न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह एक संदेश भी देता है कि इंसानों को प्रकृति और जीव-जंतुओं की सुरक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
सुदर्शन की अपील
सुदर्शन कहते हैं, “हमने जो विकास किया है, उसकी वजह से कई जीवों का जीवन संकट में है। यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम उनकी मदद करें।” उनका यह संदेश हमें याद दिलाता है कि इंसान होने का मतलब केवल अपने बारे में सोचना नहीं, बल्कि अपने चारों ओर की प्रकृति का ख्याल रखना भी है।