6.5 KM लंबी Z-मोड़ सुरंग भारत के लिए इतनी क्यों है खास, कैसे गेम चेंजर होगी साबित? जानें
Sonamarg Tunnel: इस सुरंग के जरिए कश्मीर घाटी में हर मौसम में पहुंचना संभव हो सकेगा और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
Z-Morh tunnel: Z-मोड़ को सोनमर्ग सुरंग के नाम से भी जाना जाता है. इसका नाम सड़क के Z-आकार वाले हिस्से से लिया गया है. जेड-मोड़ सुरंग जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के गंदेरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग को जोड़ती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इसका उद्घाटन किया. यह सुरंग 6.5 किलोमीटर लंबी है. Z-मोड़ सुरंग (Z-Morh) कश्मीर घाटी और लद्दाख दोनों के लिए रणनीतिक और आर्थिक रूप से भारत के लिए काफी अहम है. यह सुरंग 8,562 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
यह सुरंग (Z-Morh) के जरिए कश्मीर घाटी (Jammu and Kashmir) में हर मौसम में पहुंचना संभव हो सकेगा. इस सुरंग के अलावा 6.05 किलोमीटर सड़क भी बनाई गई है. इस सुरंग से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे यह गुलमर्ग के बाद जम्मू और कश्मीर में एक और स्की रिसॉर्ट बन जाएगा. सोनमर्ग तक पहुंचने से लोग कारगिल में रात रुके बिना लद्दाख पहुंच सकेंगे. सोनमर्ग से सड़क - राष्ट्रीय राजमार्ग-1 - अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर बालटाल तक जाती है, फिर उत्तर-पश्चिम में लद्दाख में मतायन, द्रास, काकसर और कारगिल तक जाती है.
Z-मोड़ के पूर्व में स्थित ज़ोजिला सुरंग का निर्माण पूरा हो जाने के बाद सोनमर्ग से द्रास तक सभी मौसम में पहुंच संभव हो जाएगी. राष्ट्रीय राजमार्ग-1 कश्मीर (Jammu and Kashmir) को लद्दाख से जोड़ता है और नियंत्रण रेखा (LOC) के दक्षिण में स्थित है. साल 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान इस राजमार्ग पर हमला हुआ था और भारत के दो उत्तरी क्षेत्रों कश्मीर (Jammu and Kashmir) और लद्दाख को जोड़ने में इसका रणनीतिक महत्व है.
जोजिला सुरंग कश्मीर (Jammu and Kashmir) के गंदेरबल जिले के बालटाल से शुरू होकर द्रास के मिनीमर्ग तक जाएगी और इसकी पहुंच सड़क 18 किलोमीटर की है. इसके 2028 तक पूरा होने की उम्मीद है. Z-मोड़ सुरंग और जोजिला सुरंग मिलकर भारतीय सेना को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और लद्दाख के उत्तरी क्षेत्रों तक पहुँचने के लिए हर मौसम में क्षमता प्रदान करेगी, ताकि नियंत्रण रेखा और पूर्व में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सतर्कता बढ़ाई जा सके.
Z-मोड़ सुरंग (Z-Morh) दो लेन वाली सड़क संरचना है. इसकी चौड़ाई 10 मीटर है. 7.5 मीटर चौड़ी एक समानांतर एस्केप सुरंग आपात स्थिति और रेलवे सुरंग के रूप में दोहरे उपयोग के लिए शामिल की गई है. यह सुरंग 80 किमी/घंटा की अधिकतम गति से प्रति घंटे 1,000 वाहनों को संभाल सकती है. Z-मोड़ सुरंग (Z-Morh) उन 31 सुरंगों में से एक है. जिसके तहत 20 जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) और 11 लद्दाख में निर्माण कार्य चल रहा है और इनको तैयार करने के लिए 2,680 करोड़ रुपये के निवेश से किया जा रहा है.