प्रधानमंत्री मोदी कुछ ही घंटों में वायनाड पहुँच कर करेंगे प्रभावित क्षेत्र का दौरा
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प्रधानमंत्री मोदी कुछ ही घंटों में वायनाड पहुँच कर करेंगे प्रभावित क्षेत्र का दौरा

विपक्ष के नेता राहुल गांधी, जो वायनाड के पूर्व सांसद हैं, ने घातक भूस्खलन के बाद क्षेत्र का दौरा करने का निर्णय लेने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया.


Wayanad Landslide: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब से कुछ ही घंटों की देरी के बाद वायनाड पहुँचने वाले हैं. शनिवार (10 अगस्त) को उनका वायनाड का दौरा निश्चित है, जहां पहुँच कर वो राहत एवं पुनर्वास कार्यों का मूल्यांकन करेंगे तथा क्षेत्र में हाल ही में हुए भूस्खलन से बचे लोगों से मुलाकात करेंगे.

अधिकारियों के अनुसार, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारी सुबह करीब 11 बजे कन्नूर पहुंचने पर मोदी का स्वागत करेंगे, जिसके बाद वे वायनाड में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण करेंगे.
इसके बाद, मोदी दोपहर करीब 12:15 बजे भूस्खलन से प्रभावित जमीनी स्थानों का दौरा करेंगे. वो बचाव दलों से वर्तमान में चल रहे निकासी अभियानों के बारे में जानकारी लेंगे. जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी राहत शिविर और अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां भूस्खलन के पीड़ितों और जीवित बचे लोगों से मिलेंगे और बातचीत करेंगे. इसके बाद मोदी एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें उन्हें घटना और चल रहे राहत प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी.
इस बीच, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, जो वायनाड के पूर्व सांसद हैं, ने घातक भूस्खलन के बाद क्षेत्र का दौरा करने का फैसला करने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि उनके दौरे के बाद, प्रधानमंत्री वायनाड भूस्खलन को “राष्ट्रीय आपदा” घोषित करेंगे.

राहुल गाँधी ने किया प्रधानमंत्री को दिया धन्यवाद
राहुल गाँधी ने शुक्रवार रात को एक्स पर पोस्ट किया, "मोदी जी, भयानक त्रासदी का व्यक्तिगत रूप से जायजा लेने के लिए वायनाड आने के लिए धन्यवाद. ये एक अच्छा निर्णय है. मुझे विश्वास है कि एक बार जब प्रधानमंत्री तबाही की भयावहता को देखेंगे, तो वे इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर देंगे."

प्रधानमंत्री दौरे को लेकर केरल के मुख्यमंत्री ने दी थी जानकारी
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस सप्ताह की शुरुआत में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मोदी की वायनाड यात्रा की घोषणा की थी और उम्मीद जताई थी कि केंद्र सरकार इसे राष्ट्रीय आपदा और गंभीर आपदा घोषित करेगी.
30 जुलाई को भूस्खलन के कारण कम से कम 226 लोगों की मौत हो गई तथा अनेक लोग लापता हैं। इस दक्षिणी राज्य में यह सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा है.


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