
Telangana Tunnel Collapse: हादसे पर सियासी घमासान, BRS- कांग्रेस में शुरू जुबानी जंग
Telangana tunnel collapse news: टनल में फंसे लोगों के बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. इसी बीच राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है.
Telangana slbc tunnel collapse: तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) परियोजना सुरंग में शनिवार सुबह छत गिरने के बाद से आठ लोग फंसे हुए हैं. हालांकि, टनल में फंसे लोगों के बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. इसी बीच राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है. विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह आगामी राज्य विधान परिषद चुनावों में अधिक ध्यान दे रही है. जबकि, सत्तारूढ़ दल को बचाव कार्य पर फोकस करना चाहिए.
वहीं, बीआरएस के आरोपों का जवाब देते हुए सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी हर घंटे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने उन्हें और मंत्री जुपल्ली कृष्णा राव को बचाव कार्य का समन्वय करने के लिए नियुक्त किया है. मैं BRS नेतृत्व की कड़ी निंदा करता हूं. जो SLBC सुरंग घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है, बजाय इसके कि वे बचाव प्रयासों को सपोर्ट करें.
BRS कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (KTR) और वरिष्ठ नेता टी. हरीश राव ने आरोप लगाया कि रेवंत रेड्डी "सुरंग स्थल से गायब" थे. लेकिन चुनाव प्रचार में बिजी थे. उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वे MLC चुनाव प्रचार को बचाव अभियान पर प्राथमिकता दे रहे हैं. मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार को सुरंग में फंसे आठ लोगों की किस्मत से कोई फर्क नहीं पड़ता.
KTR ने भी मुख्यमंत्री पर हमला किया और आरोप लगाया कि वे MLC चुनाव प्रचार में बिजी हैं. लेकिन दुर्घटना स्थल पर जाने से बच रहे हैं. आठ लोगों की जान जोखिम में है और मुख्यमंत्री इस आपदा के प्रति गंभीर नहीं हैं. इस प्रशासन से क्या उम्मीद की जा सकती है? क्या कांग्रेस शासन में इंसानी जीवन की इतनी कम कीमत है? क्या कांग्रेस को सिर्फ वोट और पैसे की चिंता है? उन्होंने नेतृत्व की कमी को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए रेवंत रेड्डी की तुलना सम्राट नीरो से की. जो रोम जलते समय बंसी बजा रहा था. वहीं, जब लोग कष्ट में हैं, मुख्यमंत्री राजनीतिक लाभ में ज्यादा रुचि रखते हैं, न कि शोक संतप्त परिवारों को सहारा देने में. उन्होंने कांग्रेस सरकार से आग्रह किया कि यदि वे इस संकट का समाधान नहीं करते तो लोग उन्हें सजा देंगे।.
BRS के आरोपों का जवाब देते हुए उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि हमने सेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के प्रतिनिधियों के साथ राहत कार्य की समीक्षा की है. सरकार पूरी तरह से सुरंग में फंसे आठ लोगों को बचाने के लिए प्रयासरत है. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और पूरी प्रशासनिक टीम उच्च सतर्कता पर है. घटना के बाद से ही सरकार सक्रिय रूप से बचाव कार्य में लगी हुई है. शनिवार को मैं दुर्घटना स्थल पर पहुंचा. आपदा राहत टीमों, सेना अधिकारियों और इंजीनियरिंग विशेषज्ञों के साथ बैठक की और NDRF तथा SDRF टीमों की तत्काल तैनाती सुनिश्चित की.
सिंचाई मंत्री ने कहा कि उन्होंने रविवार सुबह फिर से दुर्घटनास्थल पर जाकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें इंजीनियरिंग अधिकारियों और सुरंग परियोजना के ठेकेदार एजेंसी के अधिकारी शामिल थे. उन्होंने कहा कि उनके कांग्रेस पार्टी के सहयोगी जुपल्ली कृष्णा राव भी बचाव कार्य की निगरानी करने के लिए स्थल पर उपस्थित थे. BRS नेताओं की टिप्पणियों की निंदा करते हुए उत्तम कुमार रेड्डी ने आरोप लगाया कि पिछली के चंद्रशेखर राव की BRS सरकार ने SLBC परियोजना की उपेक्षा की थी. BRS सरकार ने इस परियोजना (SLBC) को दस साल तक नजरअंदाज किया और अब वे आरोप मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. यह हास्यास्पद है कि जिन्होंने परियोजना पूरा करने की बजाय कमीशन को प्राथमिकता दी, वही अब अंगुली उठा रहे हैं. सुरंग निर्माण हमेशा रिसावों के जोखिम के साथ होता है और BRS शासन के तहत भी ऐसे हादसे हुए थे. वे समाधान प्रदान करने के बजाय निराधार राजनीतिक आलोचना कर रहे हैं.
सिंचाई मंत्री ने BRS नेताओं से आग्रह किया कि वे इस संकट के समय में "छोटी राजनीति" से बचें और कहा कि फिलहाल कांग्रेस सरकार का "मुख्य उद्देश्य फंसे हुए श्रमिकों को बचाना है. हम जीवन को बचाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. इस महत्वपूर्ण समय में, मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे अनावश्यक बयानबाजी करने के बजाय चल रहे प्रयासों का समर्थन करें.
बता दें कि तेलंगाना विधान परिषद (MLC) के लिए चुनाव 27 फरवरी को होने हैं. कांग्रेस, BRS और BJP ने अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार तेज कर दिया है. सोमवार को रेवंत रेड्डी ने इन चुनावों के लिए कांग्रेस के प्रचार के तहत मंछेरियल और निजामाबाद में सार्वजनिक बैठकें कीं.