अभिनेत्री रान्या राव सोना तस्करी मामले ने लिया राजनीतिक मोड़
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अभिनेत्री रान्या राव सोना तस्करी मामले ने लिया राजनीतिक मोड़

कर्नाटक भाजपा ने दावा किया कि रान्या राव ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के दो मंत्रियों से मदद मांगी थी। वहीँ कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में रान्या को जमीन आवंटित की गयी थी।


Ranya Rao Smuggling Case : कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की बेंगलुरु एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी के मामले में गिरफ्तारी के बाद अब राजनीति गरमा गई है। कर्नाटक भाजपा ने दावा किया है कि रान्या राव ने पकड़े जाने के बाद सिद्धारमैया सरकार के दो मंत्रियों से संपर्क कर मामले को प्रभावित करने की कोशिश की। वहीं, कांग्रेस ने पलटवार करते हुए भाजपा सरकार के दौरान रान्या को जमीन आवंटन का मुद्दा उठाया है।

भाजपा का आरोप: कांग्रेस सरकार की संलिप्तता

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि इस मामले में सरकारी प्रोटोकॉल का घोर उल्लंघन हुआ, जिसके चलते रान्या इतनी बड़ी मात्रा में 12 करोड़ रुपये मूल्य का सोना तस्करी कर सकी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकारी प्रभाव के बिना संभव नहीं था।

भाजपा विधायक वाई. भरत शेट्टी ने दावा किया कि जब रान्या को गिरफ्तार किया गया, तब उसने दो कांग्रेस मंत्रियों से संपर्क करने की कोशिश की। भाजपा का कहना है कि इस मामले में कांग्रेस सरकार के एक प्रमुख मंत्री की भूमिका संदिग्ध है, और सीबीआई की जांच के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का बयान:

"सरकारी संरक्षण के बिना 12 करोड़ रुपये का सोना तस्करी करना संभव नहीं था। अगर मीडिया रिपोर्ट सही हैं, तो यह गंभीर सवाल उठाता है कि यह गठजोड़ कितनी गहराई तक फैला हुआ है।"

कांग्रेस का पलटवार: भाजपा सरकार में रान्या को जमीन आवंटित

कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार किया। पार्टी ने दावा किया कि बसवराज बोम्मई सरकार के दौरान, 2023 में कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड (KIADB) ने रान्या राव को स्टील प्लांट स्थापित करने के लिए जमीन आवंटित की थी।

कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा, "यह मामला अब सीबीआई को सौंप दिया गया है। भाजपा केवल अटकलें लगा रही है। साथ ही, भाजपा सरकार में रान्या को जमीन आवंटन की भी जांच होगी।"

कैसे पकड़ी गई रान्या राव?

बेंगलुरु एयरपोर्ट पर राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की टीम ने रान्या राव को उस समय रोका, जब वह दुबई से लौटी थी। जांच में उसके पास से 14.2 किलोग्राम सोने की छड़ें (12.56 करोड़ रुपये मूल्य की) बरामद की गईं, जो स्मगलिंग के लिए खास तरीके से छुपाई गई थीं।

इसके बाद, जांच एजेंसी ने बेंगलुरु के लवेल रोड स्थित उसके घर की तलाशी ली, जहां से

2.06 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के आभूषण, 2.67 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई।

विदेश यात्राओं से आई रडार पर

रान्या राव की बार-बार विदेश यात्राओं के कारण जांच एजेंसियों का ध्यान उसकी ओर गया।

दिसंबर 2024 में उसने दुबई का दौरा किया।

जनवरी 2025 में अमेरिका गई और लौटी।

फरवरी से मार्च 2025 तक उसने दुबई के पांच दौरे किए।

पिछले साल (2024) उसने 27 बार दुबई की यात्रा की।

इन संदेहास्पद यात्राओं के कारण वह डीआरआई और इमिग्रेशन विभाग के रडार पर आई और अंततः एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर ली गई।

जांच में आगे क्या?

सीबीआई ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है, और अब कौन-कौन शामिल था, इस पर से परदा उठ सकता है। भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही हैं, लेकिन असली सच्चाई सीबीआई जांच के बाद ही सामने आएगी।

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