प्रणव सिंह चैंपियन- उमेश कुमार क्यों बन गए जानी दुश्मन, इनसाइड स्टोरी
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प्रणव सिंह चैंपियन- उमेश कुमार क्यों बन गए जानी दुश्मन, इनसाइड स्टोरी

प्रणव सिंह चैंपियन और उमेश कुमार का नाता उत्तराखंड से है, चैंपियन उसी खानपुर से विधायक रहे हैं जिस सीट से इस समय उमेश कुमार एमएलए हैं।


Pranav Singh Champion vs Umesh Kumar: वो दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे थे। रविवार यानी 26 जनवरी को दोनों में से कोई अपने घर पर रहा होता तो अनहोनी हो जाती। इरादा एक दूसरे को मारने का था जिसकी तस्दीक उनके हाथों में बंदूक और पिस्टल कर रही हैं। ये दोनों किसी क्रिमिनल गैंग के मुखिया नहीं हैं बल्कि इनमें से एक पूर्व विधायक और दूसरा मौजूदा विधायक है। बात यहां पर हम प्रणव सिंह चैंपियन (पू्र्व एमएलए, खानपुर, हरिद्वार) और मौजूदा खानपुर विधायक उमेश कुमार की कर रहे हैं। इस समय दोनों हरिद्वार पुलिस के कब्जे में हैं। सवाल यह है कि आखिर इन दोनों के बीच अदावत की असली वजह क्या है। अगर बात प्रणव सिंह चैंपियन (Pranav Singh Champion) की करें तो इनका नाता बीजेपी से हैं और विवादों से चोली दामन का साथ रहा है।

अंधाधुंध गोलीबारी
रविवार के दिन कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, मौजूदा विधायक उमेश कुमार के घर पहुंचते हैं, अपने समर्थकों से बंदूक और पिस्टल ले मैगजीन लोड करते हैं, फिर गालियों की बौछार के साथ फायरिंग बिना किसी रुकावट करते हैं। गोलियों की संख्या इतनी की गिनती कर रहे गिनती भी छोड़ देते हैं। इन सबके बीच उमेश कुमार के समर्थक घर से बाहर निकल प्रणव सिंह चैंपियन के समर्थकों को समझाने की कोशिश करते हैं। लेकिन उनकी पिटाई हो जाती है।

प्रणव सिंह चैंपियन अपनी बहादुरी का प्रदर्शन कर मौके से चले जाते हैं, उसके बाद मौजुदा विधायक उमेश कुमार भी हाथ में पिस्टल लहराते हुए चैंपियन पर निशाना साधने के लिए निकलते हैं, हालांकि पुलिस और समर्थकों के समझाने बुझाने के बाद मामला शांत होता है। लेकिन यह तस्वीर देखकर आप शर्मसार हो जाएंगे कि जनता के माननीय अगर इस तरह गुंडागर्दी पर उतरेंगे तो आम लोगों के बीच किस तरह का संदेश जाएगा।

अब अदावत के पीछे वजह क्या है। इसके लिए साल 2022 में चलना होगा। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand assembly Election 2022) होने जा रहे थे। हरिद्वार की खानपुर सीट से उमेश कुमार के सामने प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी को बीजेपी ने टिकट दिया था। उस चुनाव में उमेश कुमार ने देवयानी को करारी हार पहुंचाई थी। उमेश कुमार विधायक चुने गए और प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी तीसरे नंबर पर रहीं। यहीं से दुश्मनी की नींव पड़ी।

सोशल मीडिया पर गालीगलौज, अभद्र टिप्पणियों का सिलसिला शुरू हुआ। ऐसा कहा जाता है कि चैंपियन ने उमेश कुमार के परिवार के बारे अभद्र कमेंट किये थे। बदले में उमेश कुमार भी पीछे नहीं रहे। सोशल मीडिया पर लाइव आकर उन्होंने चैंपियन को गाली और भला-बुरा कहा। उमेश कुमार, चैंपियन के रुड़की वाले दफ्तर में ललकारने के लिए पहुंच गए थे। 26 जनवरी वाली घटना में उमेश कुमार (Umesh Kumar) जमानत पर रिहा हो चुके हैं, जबकि प्रणव सिंह चैंपियन (Pranav Singh Champion) को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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