
UP: इंडिया गठबंधन उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने मांगा समर्थन, कहा- कुछ संस्थाओं को ट्रैक पर लाना होगा
इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के संयुक्त उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा है कि यह चुनाव हार-जीत का नहीं, बल्कि सिद्धांतों का है। रेड्डी मंगलवार को यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं से मिले।
इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के संयुक्त उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा है कि यह चुनाव हार जीत का नहीं, बल्कि सिद्धांतों का है। कुछ संस्थाएं सवालों के घेरे में हैं, उन्हें वापस ट्रैक पर लाना होगा। रेड्डी ने मंगलवार को लखनऊ पहुंचकर कांग्रेस और सपा के सांसदों के सामने अपनी बात रखी और समर्थन मांगा।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे बी सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि अखिलेश यादव के बिना यह संभव नहीं था। इससे पहले रेड्डी ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल और चेन्नई में स्टालिन से मुलाक़ात की है। यूपी में समर्थन माँगने आए सुदर्शन रेड्डी ने बीजेपी पर उपराष्ट्रपति के चुनाव को विचारधारा के आधार पर बाँटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कुछ संस्थाएं सवालों के घेरे में हैं, उन्हें ट्रैक पर वापस लाना होगा। उन्होंने कहा कि जो दल गठबंधन में नहीं हैं वो भी मदद देने के लिए आगे आ रहे हैं।
अंतरात्मा से करें वोट- अखिलेश यादव
बी. सुदर्शन रेड्डी ने अपनी उम्मीदवारी पर कहा कि उनको सर्वसम्मति से विपक्ष का उम्मीदवार बनाया गया है। सबसे पहले रेड्डी ने कांग्रेस कार्यालय पहुँच कर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कांग्रेस के बैठक के बाद रेड्डी अखिलेश यादव से मिलने सपा कार्यालय पहुंचे। रेड्डी की अखिलेश यादव से मुलाक़ात के बाद दिनों नेताओं को संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस हुई। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जिन परिस्थितियों में उपराष्ट्रपति का चुनाव हो रहा है, उसमें एक न्यायमूर्ति से अच्छा विकल्प कोई नहीं हो सकता। अखिलेश ने कहा कि बी सुदर्शन रेड्डी संविधान, न्याय, क़ानून, हक़ और विचारधारा की लड़ाई लड़ते रहे हैं और उनसे बेहतर विकल्प कोई नहीं हो सकता और सभी आपकी अंतरात्मा की आवाज़ सुनकर वोट करें और बी. सुदर्शन रेड्डी का समर्थन करें।
अखिलेश यादव ने उम्मीद जताई कि इंडिया ब्लॉक प्रत्याशी बी सुदर्शन रेड्डी ऐतिहासिक मतों से जीतकर उपराष्ट्रपति ऑफिस में बैठेंगे। बी सुदर्शन रेड्डी से सपा के सांसदों ने मुलाक़ात की। रेड्डी ने कहा कि उपराष्ट्रपति का कार्यालय कोई राजनीतिक ऑफिस नहीं है। मैं भरोसा दिलाता हूँ कि संविधान के साथ मेरी यात्रा जारी रहेगी। इसी मौके पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना समेत सपा और कांग्रेस ने नेता मौजूद रहे।