
बिहार चुनाव से पहले राहुल ने फूंका बिगुल, बताया 'चुनाव चोरी' का प्लान
राहुल गांधी ने बिहार में चुनाव से पहले EC पर BJP के लिए काम करने का आरोप लगाया। SIR के विरोध में विपक्ष ने पटना में मार्च निकाला, बंद भी बुलाया।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और केंद्र की एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बुधवार, 9 जुलाई को पटना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि "2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली की गई थी और अब वही साजिश बिहार में दोहराई जा रही है।राहुल गांधी बिहार में इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ एक विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे थे, जो चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) के खिलाफ निकाला गया था। हालांकि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध याचिकाओं का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया, लेकिन उन्होंने चुनाव आयोग (EC) को स्पष्ट चेतावनी दी आप अभी जो चाहें कर सकते हैं, लेकिन कानून आपको छोड़ेगा नहीं। आपको संविधान की रक्षा का काम सौंपा गया है, लेकिन आप बीजेपी का काम कर रहे हैं।”
बिहार में नया चुनावी ‘मॉडल’?
राहुल गांधी ने पटना में चुनाव आयोग कार्यालय तक मार्च करते हुए कहा महाराष्ट्र में जिस तरह 1 करोड़ वोटर लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच जोड़े गए, उसी तरह बिहार में वोटरों को हटाने का नया मॉडल अपनाया गया है ताकि बीजेपी को जीत मिल सके। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में BJP को जिताने के लिए मतदाता सूची में हेरफेर की थी और अब बिहार में वोटरों को हटाने का खेल चल रहा है।
चुनाव आयोग पर तीखा हमला
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने EC को बीजेपी और RSS का एजेंट बताते हुए कहा चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति बीजेपी ने की है और वे भाजपा के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। SIR की प्रक्रिया एक चुनाव चुराने की कोशिश है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। राहुल गांधी ने खासकर युवाओं के वोटिंग अधिकारों की रक्षा का संकल्प लिया और कहा कि INDIA गठबंधन इसका डटकर विरोध करेगा।
INDIA गठबंधन की एकजुटता
पटना में हुए इस विरोध मार्च में राहुल गांधी के साथ राजद नेता तेजस्वी यादव, सीपीआई(एमएल) लिबरेशन के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, सीपीआई के महासचिव डी. राजा और अन्य विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
राहुल गांधी ने कहा बिहार के लोग अपने अधिकार नहीं छीनने देंगे, न ही चुनाव चोरी करने देंगे। यह मार्च पटना के इनकम टैक्स गोलंबर से शुरू हुआ। इस दौरान बिहार के कई हिस्सों में रेल और सड़क यातायात बाधित रहा। महात्मा गांधी सेतु पर विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर मार्ग अवरुद्ध किया।राहुल गांधी के इन आरोपों ने बिहार की चुनावी राजनीति को गरमा दिया है। जहां एक ओर चुनाव आयोग ने SIR को "समावेशी और पारदर्शी" बताया है, वहीं विपक्षी दल इसे लोकतंत्र और युवाओं के मताधिकार पर हमला मान रहे हैं। आगामी चुनाव से पहले इस विवाद का असर राज्य की राजनीतिक दिशा पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।