
हरियाणा में वोट चोरी के दस्तावेजी सबूत जल्द, कांग्रेस का दावा
पटना में वोटर अधिकार यात्रा समापन पर राहुल गांधी ने वोट चोरी का आरोप दोहराया। बोले, अब हाइड्रोजन बम गिरेगा और सच्चाई पूरे देश के सामने आएगी।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार (1 सितंबर) को पटना में अपनी 17 दिवसीय वोटर अधिकार यात्रा का समापन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और उसके समर्थकों को आसन्न "हाइड्रोजन बम" धमाके की चेतावनी दी। पटना के डाक बंगला मैदान में समर्थकों की भीड़ को संबोधित करते हुए राहुल ने दोहराया कि चुनाव आयोग और सत्तारूढ़ बीजेपी के बीच वोट चोरी के लिए साजिश रची गई है।
राहुल गांधी ने अपने समर्थकों और प्रतिद्वंद्वियों को याद दिलाया कि करीब दो महीने पहले उन्होंने कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट की मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों का खुलासा किया था और उसे "एटम बम" करार दिया था। उन्होंने कहा कि अब वह "हाइड्रोजन बम" गिराने के लिए तैयार हैं।
'दस्तावेजी सबूत' पेश करने का दावा
कांग्रेस नेता का यह बयान उस समय आया जब विपक्ष की सभा में मौजूद कुछ लोग, जो कथित तौर पर बीजेपी समर्थक थे, काले झंडे दिखाने लगे। इस पर राहुल ने कहा “बीजेपी वाले काले झंडे दिखा रहे हैं... उन्हें सुनना चाहिए, एक हाइड्रोजन बम आ रहा है जो एटम बम से बड़ा है। पूरे देश को वोट चोरी की सच्चाई पता चलने वाली है। इस हाइड्रोजन बम के बाद नरेंद्र मोदी देश का सामना नहीं कर पाएंगे।”
बाद में कांग्रेस सूत्रों ने द फेडरल को बताया कि राहुल हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों के "दस्तावेजी सबूत" पेश कर सकते हैं, ठीक उसी तरह जैसे उन्होंने महादेवपुरा सीट को लेकर खुलासा किया था। सूत्रों के मुताबिक, राहुल अगले कुछ दिनों में, संभवतः 4 सितंबर को, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हरियाणा में मतदाता सूची में कथित हेरफेर का मुद्दा उठा सकते हैं।
मतदाता सूची पर निगाह
द फेडरल ने पहले ही रिपोर्ट किया था कि “वोट चोरी” के खिलाफ कांग्रेस और विपक्षी दलों के अभियान को जारी रखने के लिए राहुल ने कांग्रेस स्वयंसेवकों और पार्टी की शोध टीम से देशभर की कई विधानसभा और लोकसभा सीटों की मतदाता सूचियों की गहन जांच करने को कहा है। राहुल का मानना है कि बारीकी से जांच करने पर महादेवपुरा जैसी गड़बड़ियां अन्य क्षेत्रों में भी सामने आएंगी।
उनकी प्राथमिकता महाराष्ट्र और हरियाणा की सीटें हैं, जहां कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन कुछ महीनों बाद हुए विधानसभा चुनावों में उसे करारी हार झेलनी पड़ी।
25 सीटों पर विशेष नजर
कांग्रेस लगभग 25 लोकसभा सीटों का भी विश्लेषण कर रही है, जहां उसके उम्मीदवार 50,000 से कम वोटों से हार गए थे। कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पहले द फेडरल को पुष्टि की थी कि जयपुर ग्रामीण, बीकानेर और अलवर लोकसभा सीटों की मतदाता सूची का पार्टी नेताओं और शोधकर्ताओं द्वारा परीक्षण किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, राहुल चाहते हैं कि अलग-अलग राज्यों की सीटों में मिली गड़बड़ियों को चरणबद्ध तरीके से मीडिया के सामने रखा जाए। राहुल के करीबी कहते हैं कि ऐसा करने से कांग्रेस और उसके सहयोगी दल (इंडिया ब्लॉक) जनता का ध्यान लगातार चुनाव आयोग और बीजेपी की कथित मिलीभगत से हुए चुनावी दुरुपयोग और हेरफेर की ओर खींचते रहेंगे।